आमिर खान के बेटे जुनैद की फिल्म महाराज पर हिंदू धर्म को कलंकित करने का आरोप लगा है. वैष्णव समाज के लोगों ने इस फिल्म को लेकर नाराजगी जताई है. वल्लभ वैष्णव समाज के लोगों ने आरोप लगाया है कि फिल्म महाराज में वैष्णववाद की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है. विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि हिंदू धर्म को कलंकित करने के लिए उनके धर्म गुरुओं को खलनायक के रूप में चित्रित करने की मानसिकता से बनाई गई है. वैष्णव समाज के लोगों ने फिल्म पर रोक लगाने के साथ-साथ फिल्म के निर्माता और एक्टर जुनैद खान के खिलाफ शिकायत दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है.
‘फिल्म में भगवान कृष्ण पर अभद्र टिप्पणी है‘
वैष्णव समाज के लोगों का कहना है कि फिल्म में भगवान कृष्ण पर अभद्र टिप्पणी की गई है. फिल्म महाराज अंग्रेजों के शासन के दौरान 150 साल पहले साल 1862 के एक कोर्ट केस (मानहानि) पर आधारित है. इस फिल्म में आमिर के बेचे जुनैद, समाज सुधारक रहे करसनदास मुलजी का किरदार कर रहे हैं. उन्होंने महिलाओं के अधिकार और समाज सुधार के लिए काफी प्रयास किए थे. वैष्णव समाज के लोगों का कहना है कि करसनदास जी माथे पर तिलक लगाते थे. जबकि किरदार निभा रहे जुनैद के माथे पर कोई टीका नहीं है.
गुजरात हाईकोर्ट ने फिल्म के रिलीज पर लगाई रोक
फिल्म महाराज के खिलाफ अर्जी में कहा गया था कि यह फिल्म 1862 के महाराज मानहानि मामले पर आधारित है. जिससे सार्वजनिक व्यवस्था प्रभावित हो सकती है और संप्रदाय और हिंदू धर्म के अनुयायियों के खिलाफ हिंसा भड़क सकती है. यह फिल्म 14 जून को रिलीज होनी थी. लेकिन गुजरात हाईकोर्ट ने इस पर रोक लगा दी. गुजरात के मुख्यमंत्री रहने के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समाज सुधारक करसनदास मुलजी की प्रशंसा की थी.