एक्ट्रेस सेलिना जेटली ने इजरायल और गाजा के बीच हो रहे युद्ध में मारे जा रहे बच्चों को लेकर नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने हजारों बच्चों के मारे जाने पर दुख जताते हुए युद्ध को जल्द से जल्द रोके जाने की मांग की है. उन्होंने खुद को बतौर सच्चा हिंदू होने के नाते सोशल मीडिया X (ट्विटर) पर अपनी बात रखी है. सेलिना जेटली का ये पोस्ट सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. जिसमें उन्होंने किसी का पक्ष लेने की बजाए बच्चों को बचाए जाने की मांग है साथ ही इसमें उन्होंने खुद को सच्चा हिंदू बताया है. ऐसा करके वो शायद ये संदेश देना चाहती हैं कि एक सच्चा हिंदू कभी भी युद्ध या फिर युद्ध में बच्चों की मौत नहीं चाहेगा.
सेलिना जेटली ने लिखा है कि एक मानवतावादी के रूप में और एक सच्ची हिंदू महिला के रूप में, मेरी धार्मिक मान्यताएं, मेरा धर्म और मेरे सुंदर धर्म की शिक्षाएं मुझे यह देखने और चुप रहने की अनुमति नहीं देतीं कि हजारों बच्चे, उनके माता-पिता और तमाम घर बमबारी में नष्ट हो रहे हैं. युद्धक विमानों के फिर से उड़ान भरने से गाजा में तेज आवाज की जो तस्वीरें सामने आ रही हैं और जो विनाश सामने है उसे देखकर मेरा दिल डूब जाता है. मैं गाजा के बच्चों के साथ खड़ी हूं. मैं इस्राइल के बच्चों के साथ भी खड़ी हूं, जो राजनीतिक संघर्ष में फंसे हुए हैं और दोनों पक्षों के गैर-जिम्मेदाराना फैसलों के परिणाम भुगत रहे हैं . 7 अक्टूबर से अब तक 11,078 गजावासी हवाई और तोपों के हमलों के दौरान मौत का शिकार हो चुके हैं, जिनमें से 5000 छोटे बच्चे हैं. घायलों और विस्थापितों की सूची लंबी है। युद्धविराम जारी रहना चाहिए.. बंधकों को “दोनों पक्षों” द्वारा रिहा किया जाना चाहिए क्योंकि उनमें अधिकतर बच्चे हैं। युद्ध रुकना चाहिए और यह सुनिश्चित करने के लिए दुनिया को एक साथ आना चाहिए.
मैं भारत की सराहना करती हूं, क्योंकि उसने संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया, जिसमें “पूर्वी यरुशलम सहित कब्जे वाले फिलिस्तीनी क्षेत्र और कब्जे वाले सीरियाई गोलान” में निपटान गतिविधियों की निंदा की गई थी, भारत उन 145 देशों में शामिल था, जिन्होंने प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया, जबकि सात देशों ने विरोध में मतदान किया और 18 देश मतदान से अनुपस्थित रहे. जब मैं मरूंगी तो मैं इतिहास के गलत पक्ष वाले व्यक्ति के रूप में जाना जाना नहीं चाहती, क्योंकि मैं संघर्ष में फंसे “दोनों पक्षों” के छोटे बच्चों के लिए बोलने का साहस जुटाती हूं। मेरे पास एक आवाज है और मेरी अंतरात्मा मुझसे कहती है कि मुझे इसका इस्तेमाल करना चाहिए. “दुनिया उन लोगों द्वारा नष्ट नहीं होगी जो बुराई करते हैं, बल्कि उन लोगों द्वारा नष्ट होगी जो देखते हैं और कुछ नहीं करते हैं. युद्ध बुरा है और इसे रोका जाना चाहिए!!”
एक सच्चे हिंदू की छवि सभी की भलाई में अपनी भलाई देखने की होती है. ऐसे वक्त में जब बहुत सारे लोग धर्म के आधार पर इजरायल और हमास के खेमे में बंटे दिख रहे हों. सेलिना जेटली ने अपने पोस्ट के जरिए बच्चों के लिए आवाज उठाने के साथ-साथ सच्चे हिंदू की असल परिभाषा दुनिया के सामने रखी है. जिसकी खूब तारीफ भी हो रही है. विद्वान जन कहते भी हैं – हिंदु:दुष्टो न भवति नानार्यो ना विदूषक:, सद्धर्मपालको विद्वान श्रौतधर्मपरायण: यानी हिंदू न तो दुष्ट होता है, न विदूषक, न अनार्य. वो सद्धर्म का पालक, वैदिक धर्म को मानने वाला विद्धान होता है.