मध्य प्रदेश विधानसभा में मोहन यादव सरकार के पहले पूर्ण बजट को कांग्रेस ने प्रदेश की जनता के साथ विश्वासघात करार दिया है. वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ ने कहा कि यह बजट जनता से विश्वासघात वाला बजट है. उन्होंने कहा कि एमपी में विधानसभा चुनाव से पहले मतदाताओं से किए गए वादों कों बजट में शामिल नहीं किया गया. यह सभी मुद्दे बजट से गायब थे. कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश की बीजेपी सरकार जनविरोधी है और इस बजट से प्रदेश की जनता को निराशा हाथ लगी है. उन्होंने कहा कि बजट में किसानों, युवाओं औऱ नारी शक्ति से किए गए बीजेपी सरकार के वादों को जगह नहीं मिली है.
वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश में तेजी से निवेश हो रहा है. प्रदेश सरकार महिलाओं के हित के लिए काम कर रही है. उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता सड़क और बिजली है. इसके अलावा हमारी सरकार हेल्थ टूरिज्म पर भी फोकस कर रही है. मुख्यमंत्री ने बताया कि बजट में राम पथ और कृष्ण पथ के विकास को शामिल किया गया है. प्रदेश में पर्यटन सुविधाओं के विस्तार के लिए 666 करोड़ रुपए के बजट का प्रावधान किया गया है.
मध्य प्रदेश में मोहन यादव सरकार ने अपने पहले पूर्ण बजट में प्रदेशवासियों के लिए कई बड़े एलान किए हैं. इस बजट में पुलिस विभाग में सात हजार पांच सौ और स्कूल शिक्षा (खेल और संगीत समेत) के क्षेत्र में 11 हजार पदों पर भर्तियां की जाएंगी. साथ ही प्रदेश में होने वाली सभी प्रतियोगी परिक्षाओं की फीस अब राज्य सरकार भरेगी. प्रदेश में सरकारी सेवाओं में भर्ती के लिए होने वाली परीक्षाओं की फीस कम की जाएगी साथ ही इसके लिए नई नीति बनाई जाएगी.
इसके अलावा बजट में प्रदेशवासियों पर कोई नया टैक्स (कर) नहीं लगाया गया है. हालांकि सरकार ने लाडली बहनों को हर महीने मिलने वाली राशि में इजाफा नहीं किया गया है. इस तरह इस योजना के तहत मिलने वाले 1250 रुपए मिलते रहेंगे. बजट में इस बात का भी एलान किया गया है कि इस साल प्रदेश में 22 नए आईटीआई खोले जाएंगे. इससे आईटीआई में 5280 सीटों का इजाफा होगा. इसके साथ ही साथ नीमच, सिवनी और मंदसौर में सरकारी मेडिकल कॉलेज शुरू किए जाएंगे. वहीं मुरैना, सागर, बालाघाट, शहडोल, नर्मदापुरम में आयुर्वेदिक चिकित्सालय और 800 आयुष्य आरोग्य मंदिर शुरू किए जाएंगे. वहीं राम पथ गमन के स्थानों की पहचान कर उनका विकास किया जाएगा. इसके अलावा श्रीकृष्ण पाथेय योजना पर प्राथमिकता से काम होगा. बता दें कि वित्तमंत्री जगदीश देवड़ा ने भारी हंगामे के बीच 3 लाख 65 हजार 67 करोड़ रुपए का बजट पेश किया.