मध्य प्रदेश विधानसभा में मानसून सत्र के पहले दिन नर्सिंग घोटाले को लेकर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया. कांग्रेस विधायकों ने इस मसले पर सत्ता पक्ष से बहस की मांग की. कांग्रेस विधायकों का कहना था कि नर्सिंग घोटाले से प्रदेश के युवाओं के साथ नाइंसाफी हुई है. इस मुद्दे पर विधानसभा में बहस होनी चाहिए. कांग्रेस विधायकों ने मंत्री विश्वास सारंग के इस्तीफे की मांग की.
विपक्ष की मांग को लेकर संसदीय कार्यमंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि नर्सिंग घोटाले पर कोर्ट में सुनवाई हो रही है. इसलिए इस मुद्दे पर चर्चा नहीं करवाई जा सकती. संसदीय कार्यमंत्री के इस जवाब पर विपक्षी सदस्य भड़क गए और सदन में जमकर हंगामा किया. विधानसभा की कार्यवाही से पहले नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार और दूसरे कांग्रेस विधायक एप्रिन पहन कर सदन नें पहुंचे और सत्ता पक्ष के खिलाफ नारेबाजी की. उमंग सिंघार ने आरोप लगाया कि इस घोटाले में मंत्री द्वारा कानून में फेरबदल किया गया और पूरे प्रदेश में करीब तीन सौ करोड़ की वसूली हुई है.
विपक्ष के हंगामे की वजह से विधानसभा की कार्यवाही मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी गई. विधानसभा अध्यक्ष ने सदन के सदस्यों से कहा कि कल प्रश्नोत्तर के बाद इस पर बहस होगी.