इन दिनों कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णम के बीजेपी में शामिल होने की अटकलें और कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से उनकी नाराजगी की खूब चर्चा हो रही है. दरअसर आचार्य प्रमोद कृष्णम पिछले दिनों कई मामलों में अपनी ही पार्टी को कुछ मुद्दों पर गलत बता चुके हैं. अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में जब कांग्रेस ने नहीं शामिल होने का फैसला किया तो आचार्य प्रमोद कृष्णम ने इस फैसले पर सवाल उठाए. प्रमोद कृष्णम ने कहा कि कांग्रेस को ये गलती सुधारनी चाहिए, क्योंकि भगवान श्रीराम सभी के हैं.
कांग्रेस को पहले भी आइना दिखा चुके हैं आचार्य
पिछले दिनों राजस्थान, छत्तीसगढ़ और एमपी में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कांग्रेस पार्टी को कठघरे में खड़ा कर दिया. उन्होंने कांग्रेस की हार के पीछे सनातन धर्म का विरोध को हारने का मुख्य कारण कहा. उन्होंने साफ कहा कि जो सनातन धर्म का नहीं हो सकता वो भारत का भी नहीं हो सकता. यही वजह है कि तीन राज्यों में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा. आचार्य प्रमोद कृष्णम यहीं नहीं रुके उन्होंने कांग्रेस को चेताया कि सनातन धर्म के विरोध का पाप और जातिवाद की राजनीति कांग्रेस को ले डूबेगी.
अटकलों को कैसे मिली हवा?
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने बीजेपी में शामिल होने की अटकलों के बीच लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की. हालांकि इस मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि वो कल्कि धाम के कार्यक्रम के लिए मुख्यमंत्री को आमंत्रित करने आए थे. इससे पहले वो रक्षामंत्री और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी इस कार्यक्रम के लिए आमंत्रित कर चुके हैं. हालांकि संसद में प्रधानमंत्री मोदी के भाषण की तारीफ करने वाले ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए आचार्य प्रमोद कृष्णम ने लिखा- महान कृतित्व-विराट व्यक्तित्व. प्रधानमंत्री मोदी की तारीख में लिखे आचार्य प्रमोद कृष्णम के इन शब्दों से उनके बीजेपी में जाने की अटकलों को और हवा मिल गई.