दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शराब घोटाले पर सुनवाई के दौरान कोर्ट में खुद अपनी दलील रखी. उन्होंने अपनी गिरफ्तारी पर सवाल उठाते हुए जांच एजेंसी पर आरोप लगाए. केजरीवाल ने कहा कि ये केस 2 साल पहले से चल रहा है. अगस्त 2022 में CBI ने केस फाइल किया था. उसके बाद फिर ईडी ने केस दर्ज करके मुझे गिरफ्तार किया है. जबकि न मुझे किसी कोर्ट ने दोषी ठहराया है और न ही मुझ पर आरोप तय हुए हैं.
इस केस में 4 आरोपियों की बयान का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि – मैं केवल यह जानना चाहता हूं कि क्या ये बयान एक मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी के लिए काफी हैं. उन्होंने दावा किया कि जब तक इन्होंने मेरा नाम नहीं लिया. तब तक इनसे बयान लिए जाते रहे.
जानकारी साझा नहीं कर रहे केजरीवाल
दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की रिमांड 4 दिन और बढ़ा दी है. अब वो एक अप्रैल तक ईडी की हिरासत में रहेंगे. कोर्ट में सुनवाई के दौरान प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के बयान दर्ज किए गए हैं. हम चाहते हैं कि मुख्यमंत्री केजरीवाल का गोवा के आम आदमी पार्टी नेता दीपक चागेला से सामना कराया जाए. ईडी का कहना है कि अरविंद केजरीवाल जानबूझ कर अपने पासवर्ड की जानकारी और अपना आईटीआर साझा नहीं कर रहे हैं.
शराब नीति केस में केजरीवाल ही मास्टरमाइंड-ED
ईडी ने शराब नीति केस में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को मास्टरमाइंड बताया है. जांच टीम का दावा है कि केसीआर की बेटी के.कविता ने अरविंद केजरीवाल , मनीष सिसोदिया के साथ मिलकर शराब नीति में बदलाव करवाए थे. फिलहाल ईडी की टीम के. कविता को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. ( फोटो साभार – अरविंद केजरीवाल के फेसबुक पेज से साभार)