दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल झूठे हैं, धोखेबाज हैं और चोर हैं. ये कहना है दिल्ली की महिलाओं का जो मुख्यमंत्री केजरीवाल के खिलाफ सड़कों पर उतर चुकी हैं. इन महिलाओं का कहना है कि अरविंद केजरीवाल ने उनसे हर महीने हजार रुपए देने को कहा था. लेकिन वो पैसे अभी तक उनके खाते में नहीं आए हैं. इन महिलाओं का कहना है कि चुनाव में वोट पाने के लिए अरविंद केजरीवाल ने उनसे ये झूठा वादा किया था. इस तरह केजरीवाल ने उन लोगों को बेवकूफ बनाया.
‘AAP दूसरों को बांट रही शराब, हमें पैसे नहीं दे रही’
दिल्ली महिला मंच द्वारा किए जा रहे इस प्रदर्शन में शामिल महिलाओं में से एक महिला का कहना था कि उनसे आम आदमी पार्टी द्वारा फॉर्म भरवाए गए थे. लेकिन चुनाव के बाद उसे पूरा क्यों नहीं किया जा रहा है. इस महिला का कहना था कि केजरीवाल सरकार दूसरे लोगों को शराब की बोतलें बांट रही है, लेकिन हमें एक हजार रुपए जो उन्होंने कहे थे वो नहीं दे रहे. आखिर चुनाव में किया वादा क्यों पूरा नहीं किया जा रहा.
‘हमेशा झूठ बोलती है केजरीवाल सरकार’
प्रदर्शनकारी महिलाओं का कहना था कि केजरीवाल के वादे पर उन्होंने भरोसा करके उन्हें वोट दिया था. जिससे कि उन्हें हजार रुपए मिलें. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. ये लोग हमेशा ऐसे ही झूठ बोलते हैं. केजरीवाल सरकार सभी को पागल बना रही है. इनका आम लोगों से कोई लेना-देना नहीं है. मुख्यमंत्री केजरीवाल ने हमेशा सभी से झूठे वादे किए.
‘मुफ्त की रेवड़ी’ बनी AAP के गले की फांस
अभी दो दिन पहले भी दिल्ली में मुस्लिम महिलाओं ने राज्यसभा सांसद संजय सिंह और राघव चड्ढा की कार को घेर कर पैसों की मांग की. ये महिलाएं चुनाव में किए गए आम आदमी पार्टी से एक-एक लाख रुपए की मांग की जो उन्होंने चुनाव में देने के वादे किए थे. आम आदमी पार्टी की तरह कांग्रेस को भी ऐसी ही मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है. चुनाव प्रचार के दौरान राहुल गांधी ने गरीब महिलाओं को हर महीने 85 हजार और सालाना एक लाख रुपए खाते में देने की गारंटी दी थी.
चुनाव नतीजे आने के दूसरे दिन ही लखनऊ में कांग्रेस मुख्यालय में बड़ी संख्या जुटी मुस्लिम महिला गारंटी कार्ड लेकर पहुंचीं और पैसे की मांग करने लगीं. इन महिलाओं का कहना था कि उन्होंने कांग्रेस को वोट दिया था. ऐसे में उन्हें अब पैसे मिलने चाहिए. महिलाओं के इस प्रदर्शन के बाद कांग्रेस नेताओं ने उन्हें आश्वासन दिया कि राहुल गांधी अपना वादा जरूर पूरा करेंगे. चुनाव प्रचार के दौरान राहुल गांधी और इंडी गठबंधन के बाकी नेताओं ने 5 जुलाई को सभी के खाते में साढ़े आठ लाख रुपए खटाखट आने की बात कही थी. इस तरह लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी को मुफ्त की रेवड़ी बांटने जैसे वादे करना महंगा पड़ रहा है. ये वादे चुनाव नतीजों के बाद उनके गले की फांस बनते जा रहे हैं. (तस्वीर साभार – अरविंद केजरीवाल के फेसबुक पेज से साभार)