अपने खुलासों से दुनिया भर में तहलका मचा देने वाले विकीलीक्स फाउंडर जूलियन असांजे इंग्लैंड में लंदन की जेल से रिहा कर दिए गए हैं. अमेरिका के सीक्रेट्स उजागर कर दुनिया में मशहूर हुए असांजे की रिहाई अमेरिका के सामने दोष स्वीकार करने के बाद हो सकी है. ये कबूलनामा अमेरिका से हुई एक डील के तहत हुआ. जिसके बाद वह पांच साल की सजा काट कर रिहा हो गए हैं.
विकीलीक्स के खुलासों से भारत की सियासत में भी भूचाल आया था. उसमें सबसे ज्यादा चर्चा हिंदुओं के प्रति राहुल गांधी के विचारों को लेकर हुआ था. एक बार फिर जब जूलियन असांजे की रिहाई हुई है तो राहुल गांधी के उन विचारों को याद किया जा रहा है. क्योंकि वो न्याय यात्रा निकालते हैं.
साल 2010 में विकीलीक्स के खुलासों से हिंदुओं के प्रति राहुल गांधी की सोच सामने आई. जिस पर खूब चर्चा हुई. विकीलीक्स के मुताबिक राहुल गांधी ने अमेरिकी राजदूत टिमोथी रोमर से एक बातचीत के दौरान कहा था – हालांकि देश में स्थानीय मुस्लिम समुदाय में कुछ तत्वों द्वारा लश्कर-ए-तैयबा को समर्थन दिए जाने के प्रमाण मिले हैं. लेकिन बड़ा खतरा कट्टरपंथी हिंदू समूहों का विकास हो सकता है. ऐसी घटनाएं मुस्लिम समुदाय के साथ धार्मिक तनाव और राजनीतिक टकराव पैदा करती है.
राहुल का हिंदू बनाम हिंदुत्व का एजेंडा
दिसंबर, 2021 में एक जनसभा के दौरान राहुल गांधी ने हिंदू बनाम हिंदुत्व के नाम पर मोर्चा खोला. उन्होंने कहा कि हिंदुत्ववादी गंगा में अकेले स्थान करता है. हिंदू गंगा में करोड़ों लोगों के साथ स्नान करता है. एक तरफ हिंदू है. दूसरी तरफ हिंदुत्ववादी है. एक तरफ सच है और दूसरी तरफ झूठ है, हिंदू सच बोलते हैं और हिंदुत्ववादी झूठ बोलते हैं.
DMK के हिंदू विरोधी बयान पर खामोश क्यों राहुल?
राहुल गांधी के विरोधियों का कहना है कि जब उन्हें बीजेपी पर निशाना साधना होता है तो वो हिंदू बन जाते हैं. लेकिन जब उन्हीं की सहयोगी पार्टी डीएमके हिंदू धर्म के विरोध में बयान देती है तो राहुल गांधी खामोश हो जाते हैं. बीजेपी का कहना है कि राहुल गांधी की समझ हिंदू और हिंदुत्व को लेकर कम है साथ ही यह सब हिंदुओं में भ्रम फैलाने की साजिश के तहत हिंदू और हिंदुत्व की बहस छेड़ी गई है. (तस्वीर साभार – राहुल गांधी फेसबुक पेज से साभार)