मैं हमेशा उन हिंदुओं का समर्थन करूंगा जिन पर बांग्लादेश, पाकिस्तान में केवल हिंदू होने की वजह से हमला किया जाता है या फिर जान से मारने की धमकी दी जाती है या फिर उन पर मुकदमा कर दिया जाता है. ये बातें, नीदरलैंड के प्रधानमंत्री बनने जा रहे गीर्ट वाइल्डर्स (Geert Wilders)ने डच संसदीय चुनावों में अपनी पार्टी फॉर फ्रीडम की आश्चर्यजनक जीत के बाद अपने समर्थकों का आभार व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (ट्विटर) पर लिखी. उन्होंने लिखा कि दुनिया भर से मेरे सभी दोस्तों को बहुत-बहुत धन्यवाद जिन्होंने मुझे डच चुनाव जीतने पर बधाई दी. भारत से भी कई तरह के संदेश आए हैं. मैं हमेशा ऐसे पीड़ित हिंदुओं का समर्थन करूंगा.
गीर्ट वाइल्डर्स का ये बयान आपको हैरान कर सकता है कि एक डच सांसद को भला हिंदुओं की रक्षा की फिक्र क्यों हो सकती है. लेकिन आपको ये जानकर और भी हैरानी होगी कि हिंदुओं के प्रति उनका ये भाव नया या फिर अचानक नहीं है. गीर्ट ही वो शख्स हैं, जिन्होंने पैगम्बर मोहम्मद पर दिए बयान के बाद भारतीय जनता पार्टी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा की चौतरफा आलोचना हो रही थी. तब गीर्ट ने नूपुर शर्मा का समर्थन किया था. इस्लाम की आलोचना की वजह से उन्हें तालिबान, अल कायदा की ओर धमकी और कई कट्टरपंथी संगठनों की ओर से फतवा मिला. इसकी वजह से उन्हें अपना घर छोड़कर सरकार द्वारा दिए गए एक सुरक्षित ठिकाने पर रहना पड़ा. गीर्ट बताते हैं कि उन्हें 17 साल तक पुलिस की निगरानी में रहे. उन्होंने नीदरलैंड में इस्लाम पर बैन का अभियान चलाया.
दक्षिणपंथी नेता गीर्ट वाइल्डर्स, इस्लाम के मुखर आलोचक के तौर पर जाने जाते हैं और नीदरलैंड की राजनीति में उनका अच्छा असर है. अपनी कठोर आप्रवासन नीतियों (एंटी इमीग्रेशन) की वजह से वो हमेशा चर्चा में रहते हैं. उन्हें अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का डच संस्करण कहा जाता है. अपनी इस बड़ी जीत के बाद उन्होंने अपने भाषण में नीदरलैंड में आने वाली शर्णार्थियों की सुनामी से निपटने का वचन दिया. उन्होंने कहा कि डच फिर से टॉप पर होंगे, लोग अपना देश वापस चाहते हैं.