प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली. उनके साथ राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, जेपी नड्डा, शिवराज सिंह चौहान समेत 72 मंत्रियों ने शपथ ली. इस तरह एनडीए सरकार के 72 मंत्री में 30 कैबिनेट, 5 स्वतंत्र प्रभार और 36 राज्य मंत्री होंगे.
नड्डा की वापसी, खट्टर-शिवराज को जगह
मोदी कैबिनेट में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर को जगह मिली है. इन दोनों नेताओं को बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है. इसके अलावा पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा की कैबिनेट में वापसी हुई है. इससे पहले मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में नड्डा स्वास्थ्य मंत्री थे.
चुनाव जीते बिना बने मंत्री
मोदी कैबिनेट में इस बार कुछ मंत्री ऐसे भी हैं जो चुनाव भले न जीत सके हों. लेकिन उन्होंने कैबिनेट में अपनी जगह पक्की की है. इनमें तमिलनाडु के नीलगिरी से बीजेपी कैंडिडेट एल.मुरुगन को राज्यमंत्री बनाया गया है. जो डीएमके कैंडिडेट से हार गए थे. इसी तरह लुधियाना से चुनाव हार चुके रवनीत सिंह बिट्टू को केंद्रीय मंत्री बनाया गया है. वहीं केरल के जॉर्ज कुरियन को भी मंत्रिमंडल में जगह मिली है. उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा था.
कैबिनेट में कट्टर हिंदुत्व विचारों वाले बंडी संजय कुमार भी
मोदी कैबिनेट में कई नए चेहरों को भी शामिल किया गया है. इस बार बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव बंडी संजय कुमार भी कैबिनेट में शामिल किए गए हैं. उन्हें राज्य मंत्री बनाया गया है. सिर्फ 12 साल की उम्र में आरएसएस में शामिल हुए संजय ने वरिष्ठ बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी की रथ यात्रा में अहम भूमिका निभाई थी. इनके अलावा कैबिनेट में सबसे कम उम्र के मंत्री राममोहन नायडू भी शामिल किए गए हैं. 36 साल के राम मोहन नायडू किंजरापु, मोदी कैबिनेट के सबसे युवा मंत्री हैं उनके पास 23 करोड़ की संपत्ति है.
मोदी सरकार के कैबिनेट मंत्रियों में बीजेपी के 25 और सहयोगी दलों के पांच मंत्रियों को जगह मिली है. स्वतंत्र प्रभार की बात करें तो 5 सांसदों को राज्यमंत्री, इनमें 3 बीजेपी से और आरएलडी से जयंत चौधरी और शिवसेना से प्रतापराव जाधव को शामिल किया गया है. इस तरह बाकी दो कार्यकाल के मुकाबले इस बार मंत्रियों की संख्या ज्यादा है. ( तस्वीर साभार – नरेंद्र मोदी फेसबुक पेज से साभार)