ब्रिटेन में जुलाई में होने वाले आम चुनाव से पहले वहां रहे हिंदू समाज के लोगों ने अपना घोषणा पत्र जारी किया है. ऐसा पहली बार है जब चुनाव से ठीक पहले हिंदू समाज ने अपना मेनिफेस्टो जारी किया है. हालांकि इससे पहले तक यहां सिख और मुस्लिम समाज का घोषणा पत्र आता रहा है. लेकिन पहली बार हिंदुओं ने अपना घोषणा पत्र जारी किया. इसमें हिंदू विरोधी नफरत को धार्मिक घृणा अपराध के रूप में मान्यता देना, ऐसे संगठनों और व्यक्तियों पर पाबंदी लगाना, हिंदू मूल्यों को स्वीकार करना और मंदिरों की रक्षा करना शामिल है.
घोषणापत्र में साफ कहा गया है कि जो कैंडिडेट या सियासी पार्टी इन मांगों को मानेगा. उसी को वोट मिलेंगे. मेनिफेस्टो में कहा गया है कि हम हिंदूओं से जुड़े मामलों पर सियासी दलों का ठोस आश्वासन चाहते हैं. साथ ही हम उन्हें बताना चाहते हैं कि ब्रिटेन के जीवंत लोकतंत्र में हिंदू मजबूत स्तंभ हैं.
हिंदुओं पर खालिस्तानी समर्थकों का हमला बढ़ा
ब्रिटेन और अमेरिका में खालिस्तानी समर्थकों द्वारा हिंदू मंदिरों और हिंदुओं को निशाना बनाए जाने की घटना में इजाफा हुआ है. इसके अलावा वहां के समाज में हिंदू विरोधी सोच बढ़ी है. इसलिए हिंदू समाज ने चुनाव से पहले अपना घोषणापत्र जारी किया है. ऐसा दावा किया जा रहा है कि ब्रिटेन और अमेरिका में एंटी हिंदू नैरेटिव तेजी से तैयार हुआ है जिससे हिंदुओं पर हजार गुना तेजी के साथ हमले बढ़े हैं.
ब्रिटेन में तीसरा सबसे बड़ा धर्म हिंदू
एक अनुमान के मुताबिक ब्रिटेन में हिंदू आबादी करीब 1.7 प्रतिशत है. यानी यहां 10 लाख से ज्यादा हिंदू आबादी है. इस तरह ब्रिटेन में ईसाई और मुस्लिम के बाद हिंदू तीसरा सबसे बड़ा धर्म है. इसके बाद भी यहां हिंदुओं को हेट क्राइम का शिकार होना पड़ रहा है. यही वजह है कि यहां हिंदू फॉर डेमोक्रेसी नाम की संस्था ने घोषणा पत्र जारी किया. जिसमें कहा गया है कि आइए इस चुनाव में अपनी आवाज उठाएं. उम्मीदवारों को जवाबदेह ठहराएं और अपने देश को एक बेहतर कल देने में सक्रिय रूप से हिस्सा लें. यह सिर्फ हमारा अधिकार ही नहीं कर्तव्य भी है. (तस्वीर साभार – Rishi Sunak फेसबुक पेज से साभार)