लोकसभा चुनाव में मध्य प्रदेश में कांग्रेस की करारी हार के बाद प्रदेश कांग्रेस में बड़ा बदलाव होगा. भोपाल में पार्टी की फैक्ट फाइंडिंग कमेटी ने दो दिन तक हार के कारणों की समीक्षा की. पार्टी नेताओं से मिले फीडबैक के बाद पार्टी के हित में बड़े फैसले लिए जाएंगे. जिसके तहत दिग्विजय सिंह और कमलनाथ को दिल्ली में जिम्मेदारी दी जा सकती है. ऐसा माना जा रहा है कि इसके पीछे मकसद वरिष्ठ नेताओं को दूर कर युवा नेताओं को तरजीह और फ्री हैंड दिया जाएगा.
खबरों के मुताबिक फैक्ट फाइंडिंग कमेटी को पार्टी संगठन और नेतृत्व की कमजोरी की शिकायतें मिली है. ऐसी शिकायतें भी सामने आई हैं कि पार्टी छोड़ कर जाने वालों को समझाने की कोशिश नहीं की गई. लेकिन अब अलग-अलग वर्ग के नेताओं को मौका देकर फ्रंटफुट पर लाया जाएगा. इसके अलावा फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बहुत जल्द पार्टी के विधायकों से मुलाकात करेगी. इसके बाद यह कमेटी ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी.
मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव में हार के कारणों पर मंथन करने के लिए कांग्रेस की अहम बैठक भोपाल में हुई. प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में हुई पॉलिटिकल अफेयर कमेटी की बैठक में प्रदेश के दिग्गज नेता शामिल नहीं हुए हैं. दो दिन तक चलने वाली इस बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, कमलनाथ, गोविंद सिंह, अजय सिंह शामिल नहीं हुए. जबकि यह चारों नेता
पॉलिटिकल अफेयर कमेटी के सदस्य हैं.
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