जयपुर की हवामहल सीट से विधानसभा चुनाव जीत कर विधायक बने बालमुकुंद आचार्य एक्शन में आ गए हैं. उन्होंने विधायक का सर्टिफिकेट मिलते ही जयपुर में नॉनवेज के खिलाफ मुहिम छेड़ दी. सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वो पुलिस अधिकारियों को निर्देश देते दिखाई दे रहे हैं. उन्होंने अधिकारियों से कहा है कि जयपुर के परकोटा में खुले में बिकने वाले नॉनवेज को फौरन हटाया जाए. उन्होंने अधिकारियों से कहा है कि टकसाल रोड से ऐसी सारी दुकानें हटाई जाएं, जहां नॉनवेज बेचा जा रहा है.
उन्होंने निर्देश दिया कि ऐसी दुकानों के लाइसेंस चेक करिए, मैं आपसे रिपोर्ट लूंगा. उन्होंने अधिकारी से पूछा कि आप मुझे रिपोर्ट देंगे या मुझे आपके ऑफिस आना पड़ेगा. उन्होंने अधिकारी से साफ कहा कि अब सड़क पर जितने भी खुले में बिक रहे नॉनवेज वाले ठेले हैं, वो दिखने नहीं चाहिए.
पुलिस अधिकारी को निर्देश दे रहे विधायक बालमुकुंद का वीडियो वायरल होने पर उन्होंने सफाई में कहा कि वो किसी को धमकी नहीं दे रहे थे, उन्होंने तो अधिकारियों से निवेदन किया है. उन्होंने कहा कि उनका इलाके की किसी जाति, धर्म विशेष के साथ कोई भेदभाव नहीं है. उन्होंने कहा कि यहां अवैध मांस नहीं बेचा जा सकता. उन्होंने दावा किया कि यहां गोमांस भी बेचा जाता है. इसलिए उन्होंने पुलिस अधिकारी को फोन कर निर्देश दिया.
बालमुकुंद आचार्य ने कहा कि अब वो विधायक बन चुके हैं. अब वो किसी मुहूर्त का इंतजार नहीं करेंगे. उनका आरोप है कि राजस्थान में कांग्रेस की गहलोत सरकार के दौरान अधिकारी ऐसी शिकायतें नहीं सुनते थे. टालमटोल करते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. उनके इलाके में अब अवैध मांस के कारोबार और अवैध कब्जे को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
बालमुकुंद आचार्य, बालाजी हाथोज धाम के महंत हैं. पिछले दिनों उन्होंने परकोटे में मंदिरों को खंडित करने और मूर्तियों को तोड़ने की बढ़ती घटनाओं को लेकर राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात की थी. उनका कहना है कि जयपुर के परकोटे में सैकड़ों मंदिरों को नष्ट कर दिया गया है. वो अब बुरी हालत में पड़े हैं.
बालमुकुंद आचार्य ने ऐसे करीब 100 मंदिरों की तलाश की है. वन विभाग के इलाके में अवैध बांग्लादेशियों के बसे होने के मुद्दे को भी वो प्रमुखता से उठाते रहे हैं. उनका आरोप है कि पुलिस अधिकारी उनकी बात नहीं सुनते हैं. उनका दावा है कि कई संतों की हत्या कर उनकी जमीन पर कब्जा कर अवैध लोगों को बसाया गया है. लेकिन पुलिस प्रशासन उस ओर से आंख मूंदे हुए है.