पश्चिम बंगाल के नॉर्थ 24 परगना जिले के संदेशखाली गांव की महिलाओं की आपबीती सुनकर हर कोई हैरान है. जनवरी में तृणमूल कांग्रेस नेता शाहजहां शेख के घर पर ईडी की छापेमारी और ईडी की टीम से मारपीट की घटना के बाद शाहजहां शेख फरार है. स्थानीय महिलाओं का आरोप है कि टीएमसी के कार्यकर्ता घर-घर जाकर सर्वे करते हैं. इस सर्वे के दौरान सुंदर महिला या लड़की को उठाकर पार्टी ऑफिस लाया जाता है और उनका उत्पीड़न किया जाता है.
ये उत्पीड़न कई साल से चल रहा है. आरोप है कि इसमें शाहजहां खान और तृणमूल कांग्रेस के दूसरे नेता भी शामिल हैं. अब शाहजहां खान के फरार होने के बाद स्थानीय महिलाओं ने अपना दर्द दुनिया को बताने की हिम्मत दिखाई है. प्रदर्शनकारी महिलाओं ने यहां हजारा के 3 पॉलिट्री फार्म में आग लगा दी. उनका कहना है कि आरोपियों ने गांववालों की जमीन पर जबरन कब्जा कर इसे बनाया था.
राज्यपाल ने गृहमंत्रालय को भेजी रिपोर्ट
स्थानीय महिलाओं के विरोध प्रदर्शन के बाद राज्यपाल ने संदेशखाली जाकर हालात का जायजा लिया और गृहमंत्रालय को अपनी रिपोर्ट भेजी है. जिसमें उन्होंने यहां कानून व्यवस्था संभालने वाले जिम्मेदार लोगों और आरोपियों से मिलीभगत का आरोप लगाया है. जबकि ममता बनर्जी सरकार का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. उधर तृणमूल कांग्रेस नेताओं का कहना है कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर शाहजहां खान को फंसाया जा रहा है. बीजेपी, कांग्रेस और सीपीएम का कहना है कि ममता सरकार आरोपियों को बचा रही है. बीजेपी का कहना है कि पश्चिम बंगाल में जंगलराज है, जबकि कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने ममता बनर्जी को क्रूरता की रानी करार दिया है.
इस बीच राज्य महिला आयोग की टीम ने संदेशखाली में पीड़ित महिलाओं से बात कर उनका दर्द जाना. कलकत्ता हाईकोर्ट ने भी राज्य सरकार से इस मामले में रिपोर्ट मांगी है. उधर संदेशखाली गांव में हुई हिंसा का मामला सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच गया है. जल्द ही उसे लिस्ट करने पर विचार होगा.
आरोपियों को बचाने में जुटीं सीएम ममता
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आरोपियों को बचाने में जुटी हुई हैं. मामले में ममता बनर्जी ने संदेशखाली को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का बंकर कहा है. उनका कहना है कि महिलाओं ने दबाव में शाहजहां खान पर आरोप लगाए हैं. जबकि विपक्ष का कहना है कि ममता सरकार में हिंदुओं और महिलाओं पर लगातार हिंसा और अत्याचार हो रहे हैं और ममता इस पर पर्दा डालने की कोशिश कर रही हैं.