भड़काऊ भाषण के मामले में मुफ्ती सलमान अजहरी को फिर से गिरफ्तार कर लिया गया है. गुजरात के कच्छ की भचाऊ कोर्ट से उसे जमानत मिलने के बाद 24 घंटे के अंदर पुलिस ने उसे फिर गिरफ्तार कर 5 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है. फिलहाल एटीएस मुफ्ती सलमान अजहरी के ट्रस्ट को फंडिंग के मामले और आतंकी कनेक्शन की भी जांच करेगी. दरअसल, 24 दिसंबर, 2023 को मुफ्ती सलमान ने मोडासा में भड़काऊ भाषण दिया था. जिसके बाद उसके खिलाफ केस दर्ज किया गया था.
हिंदुओं की तुलना कुत्तों से की थी
24 दिसंबर, 2023 के बाद 31 जनवरी 2024 को मुफ्ती सलमान अजहरी ने जूनागढ़ में एक और भड़काऊ भाषण दिया. इस भाषण में उसने कई हिंदुओं की तुलना कुत्तों से की साथ ही कई आपत्तिजनक बातें कहीं. ये वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने केस संज्ञान में लिया और जूनागढ़ में केस दर्ज किया. केस दर्ज होने के बाद गुजरात एटीएस सलमान अजहरी को जब पुलिस गिरफ्तार करने पहुंची थी. इस दौरान उसके समर्थकों ने सड़कों पर जमकर बवाल किया था. इसके बाद घाटकोपर
में उसके घर से उसे गिरफ्तार कर लिया गया. यहां से उसे जूनागढ़ कोर्ट में पेशी हुई. जहां कोर्ट ने उसे एक दिन की रिमांड पर भेज दिया था.
भड़काऊ भाषण के मामले में दोबारा पेशी में उसे बेल मिल गई. लेकिन एक केस कच्छ में भी दर्ज था. इसलिए कच्छ पुलिस उसे गिरफ्तार कर ले गई. 3 दिन की रिमांड के बाद जब भचाऊ कोर्ट ने उसे जमानत दी तो मोडासा पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया.
मुफ्ती सलमान अजहरी कौन है?
खुद को रिसर्च स्कॉलर बताने वाला मुफ्ती सलमान अजहरी कई संस्थान चलाता है. एजिप्ट के विश्वविद्यालय से पढ़ाई करने वाले मुफ्ती सलमान अजहरी अपने भड़काऊ भाषणों की वजह से मुस्लिम छात्रों द्वारा काफी पसंद किया जाता है. सोशल मीडिया पर उसके लाखों फॉलोअर हैं. इससे पहले साल 2018 में हिंदुओं के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने के मामले में उसके खिलाफ कर्नाटक में केस दर्ज हुआ था.
गाजियाबाद के डासना मंदिर के महंत मंडलेश्वर यति नरसिंहानद को आग पर चलकर दिखाने की चुनौती देने के बाद मुफ्ती सलमान अजहरी चर्चा में आया था. जूनागढ़ के मोकल्या मैदान में दिए भड़काऊ भाषण में उसने कहा कि – अभी कर्बला का आखिरी मैदान बाकी है. कुछ देर की खामोशी है. फिर शोर आएगा.