मध्य प्रदेश के ग्वालियर में भारत और बांग्लादेश के बीच होने वाले टी-ट्वेंटी मैच का विरोध कर रहे हिंदू महासभा के 20 कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया गया. बांग्लादेश की क्रिकेट टीम के ग्वालियर पहुंचने पर हिंदू महासभा ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. इनके कार्यकर्ता काले झंडे लेकर बांग्लादेश वापस जाओ के नारे लगा रहे थे. जब ये सभी लोग स्टेडियम की पिच खोदने के लिए आगे बढ़ने लगे तो पुलिस ने इन्हें रोक दिया और 20 कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया.
6 अक्टूबर को होने वाले इस मैच को हिंदू महासभा रद्द करने की मांग पहले से ही कर रहा है. हिंदू महासभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष और नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रपौत्री राजश्री चौधरी ने कहा था कि जिस बांग्लादेश में हिंदुओं का कत्लेआम हुआ है. उसके साथ क्रिकेट खेलना सही नहीं है. यह करोड़ों हिंदुओं की भावनाओं से खिलवाड़ है. हिंदू महासभा ने एलान किया कि बांग्लादेश के खिलाफ हो रहे इस मैच के विरोध में वो 2 अक्टूबर को काला दिवस मनाएंगे. इसके बाद 6 अक्टूबर को मैच वाले दिन ग्वालियर बंद का आह्वान भी किया गया है. हिंदू महासभा ने केंद्र और राज्य सरकार को हिंदू विरोधी बताते हुए आम लोगों से अपील की कि वो इस मैच का विरोध करते हुए इसका टिकट नहीं खरीदें. क्योंकि बांग्लादेश में इन्हीं पैसों का इस्तेमाल हिंदुओं के खिलाफ इस्तेमाल किया जाएगा.