केरल में कर्नाटक सरकार के खिलाफ शत्रु भैरवी यज्ञ के दावे को लेकर केरल सरकार में मंत्री ने कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार पर जमकर निशाना साधा है. देवस्वोम मंत्री के.राधाकृष्णन ने कहा कि डीके शिवकुमार हिंदुओं को बदनाम करने के लिए ऐसे आरोप लगा रहे हैं. उन्होंने कहा कि अनुष्ठान या यज्ञ जैसा कुछ भी नहीं हुआ, ये केरल में कभी नहीं होगा. हम इन दावों की पूरी तरह जांच करेंगे. इसके अलावा दूसरे मंत्री आर.बिंदु ने डीके शिवकुमार के आरोपं को बेतुका बताया.
इससे पहले कांग्रेस नेता और कर्नाटक सरकार में उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा था कि उन्हें अग्नि यज्ञ यानी शत्रु भैरवी यज्ञ में शामिल लोगों ने इसकी जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि केरल में उनके और उनकी सरकार के खिलाफ साजिश हो रही है. उन्होंने कहा कि उनके प्रति द्वेषवश कुछ अनुष्ठान किया जा रहा है.
‘कर्नाटक में कांग्रेस सरकार ने मंदिरों पर लगाया जजिजा’
कर्नाटक में कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार पर हिंदू विरोधी होने के आरोप लगते रहे हैं. पिछले दिनों कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने मंदिरों में टैक्स वसूली को लेकर विधानसभा में विधेयक (हिंदू धार्मिक संस्थाएं और चैरिटेबल एंडोमेंट्स बिल 2024 ) पास कराया था. जिसके बाद सियासी घमासान शुरू हो गया था. इस विधेयक के तहत सरकार उन मंदिरों से 10 फीसदी टैक्स लेगी जिनका रेवेन्यू (राजस्व) 10 लाख लाख रुपए से एक करोड़ रुपए के बीच है. बीजेपी ने इसे कर्नाटक में कांग्रेस सरकार का मंदिरों पर जजिया कर करार दिया था.
31 साल बाद कांग्रेस सरकार ने कार सेवक को गिरफ्तार किया
पिछले दिनों अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर बने सियासी माहौल के बीच कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने एक कार सेवक की गिरफ्तारी करवाई. इस एक्शन के विरोध में बीजेपी ने कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार पर हिंदुओं से बदले की कार्रवाई का आरोप लगाया. बीजेपी का कहना था कि कांग्रेस की आंखों में राम मंदिर खटक रहा है. इस पर मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा था कि अगर किसी ने गलती की है तो हम क्या करेंगे.
कर्नाटक विधानसभा में लगे पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे
मार्च, 2024 में राज्यसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस उम्मीदवार सैयद नसीर हुसैन की जीत के बाद विधानसभा के अंदर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगे थे. इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद कांग्रेस ने इन दावों को खारिज करते हुए वीडियो को फेक बताया. बीजेपी के तीखे विरोध के बाद कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार ने मामले की जांच के लिए कर्नाटक फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी से जांच कराई तो ये बात सामने आई की घटना का ये वीडियो सही है और इससे कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है. यानी विधानसभा में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगने की घटना सही निकली. एफएसएल रिपोर्ट आने के बाद इस मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया. (तस्वीर साभार – डीके शिवकुमार के फेसबुक फेज से साभार)