लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी को मुफ्त की रेवड़ी बांटने जैसे वादे करना महंगा पड़ रहा है. ये वादे चुनाव नतीजों के बाद उनके गले की फांस बनते जा रहे हैं. दिल्ली में मुस्लिम महिलाओं ने राज्यसभा सांसद संजय सिंह और राघव चड्ढा की कार को घेर कर पैसों की मांग की. ये महिलाएं चुनाव में किए गए आम आदमी पार्टी से एक-एक लाख रुपए की मांग की जो उन्होंने चुनाव में देने के वादे किए थे. आम आदमी पार्टी की तरह कांग्रेस को भी ऐसी ही मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है.
चुनाव प्रचार के दौरान राहुल गांधी ने गरीब महिलाओं को हर महीने 85 हजार और सालाना एक लाख रुपए खाते में देने की गारंटी दी थी. चुनाव नतीजे आने के दूसरे दिन ही लखनऊ में कांग्रेस मुख्यालय में बड़ी संख्या जुटी मुस्लिम महिला गारंटी कार्ड लेकर पहुंचीं और पैसे की मांग करने लगीं. इन महिलाओं का कहना था कि उन्होंने कांग्रेस को वोट दिया था. ऐसे में उन्हें अब पैसे मिलने चाहिए. महिलाओं के इस प्रदर्शन के बाद कांग्रेस नेताओं ने उन्हें आश्वासन दिया कि राहुल गांधी अपना वादा जरूर पूरा करेंगे. चुनाव प्रचार के दौरान राहुल गांधी और इंडी गठबंधन के बाकी नेताओं ने 5 जुलाई को सभी के खाते में साढ़े आठ लाख रुपए खटाखट आने की बात कही थी.
पीएम ने महिलाओं के प्रदर्शन का किया जिक्र
एनडीए संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लखनऊ की घटना का जिक्र किया जिसमें महिलाएं कांग्रेस ऑफिस के बाहर एक लाख रुपए लेने पहुंचीं थीं. उन्होंने कहा कि मैं देख रहा हूं कि लोग कांग्रेस ऑफिस के बाहर जुट रहे हैं और पैसे मांग रहे हैं. लेकिन उन्हें मारकर निकाला जा रहा है. यह हमारे देश के गरीबों का अपमान है. सामान्य नागरिक का अपमान है.
कांग्रेस की सरकार के लिए पढ़ी नमाज
लखनऊ कांग्रेस दफ्तर में एक महिला ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उसने कांग्रेस की सरकार बनने के लिए बड़ी नमाज पढ़ी है. अब वो पैसे चाहती हैं. दरअसल कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने तीन अप्रैल को महालक्ष्मी योजना लागू करने का वादा किया था. इस योजना के तहत गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले परिवारों की महिला मुखिया के आठ हजार पांच सौ रुपए हर महीने दिए जाने का वादा किया गया था. (तस्वीर साभार – राहुल गांधी के फेसबुक पेज से साभार)