मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने गृहमंत्री अमित शाह से अपने हार्ड डिस्कसन की स्टोरी साझा की. इंदौर में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के नागरिक अभिनंदन समारोह के दौरान कैलाश विजयवर्गीय ने बताया कि जिस वक्त पिछली बार मंत्रिमंडल का गठन हो रहा था, उस वक्त उनका मजाक-मजाक में हार्ड डिस्कशन हो गया. मैंने कहा कि आपने मंत्रिमंडल अच्छा नहीं बनाया, हमारे दोस्त ओम बिरला को मंत्रिमंडल में नहीं लिया. वो बोले चिंता मत करो और फिर पंद्रह दिन बाद उनका फोन आया. बोले – मंत्री बनाने की बात कर रहे थे ना, हम उन्हें सारे मंत्रियों को कंट्रोल करने वाला बना रहे हैं. हम उन्हें लोकसभा अध्यक्ष बना रहे हैं.
कैलाश विजयवर्गीय ने बताया कि लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को उनकी योग्यता और कर्मठता के कारण पार्टी ने उन्हें दोबारा चुना है. उन्होंने कहा कि ओम बिरला को पता है कि संसदीय क्षेत्र को कैसे नर्स करना चाहिए. कैसे पार्टी वर्कर से मिलना चाहिए. उच्च पद पर बैठने के बाद भी अगर किसी थाने में फोन करना हो तो वो तुरंत करते हैं. यह कार्यकर्ता और जनता के प्रति उनके समर्पण का उदाहरण है. कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मेरे अंदर जो थोड़ी बहुत विनम्रता है वो मैंने ओम बिरला जी से सीखी है. मैं उनको लोकसभा में देखता हूं जब वो हंसते-हंसते डांट देते हैं.