मध्य प्रदेश में डॉ मोहन यादव सरकार ने किसानों को एक तोहफे का एलान किया है. प्रदेश के किसानों को मोटे अनाज ( मिलेट्स) पर अब दस रुपए प्रति किलो प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी. प्रदेश सरकार का मकसद इससे किसानों को मोटे अनाज की खेती के लिए प्रोत्साहित करना है. बता दें कि प्रदेश में कुल खाद्यान्न उत्पादन क्षेत्र के मात्र साढ़े तीन प्रतिशत हिस्से में ही ऐसे अनाज की खेती होती है. उम्मीद है सरकार के इस कदम के बाद मोटे अनाज की खेती में किसानों की दिलचस्पी बढ़ेगी.
बाजरे की खेती में मध्य प्रदेश में अव्वल
मध्य प्रदेश में छह लाख 20 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में मोटे अनाज की खेती होती है. साल 2021-22 में पूरे प्रदेश में पांच लाख 55 हजार हेक्टेयर में इसकी खेती की गई. वहीं मोटे अनाज के उत्पादन के मामले में मध्य प्रदेश देश भर में पांचवें स्थान पर है. जबकि सिर्फ बाजरा की खेती के मामले में मध्य प्रदेश अव्वल है. यहां सबसे ज्यादा साठ फीसदी फसल बाजरे की है.