22 जनवरी को अयोध्या नगरी एक बार फिर राममय नजर आएगी. इस दिन भव्य राम मंदिर में रामलला का प्रवेश होगा. मंदिर में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा का समारोह भी बेहद भव्य तरीके से मनाए जाने की तैयारी है. प्राण प्रतिष्ठा समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य यजमान होंगे. प्राण प्रतिष्ठा के दौरान पूजा काशी के पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित द्वारा कराई जाएगी. उनके साथ देश भर आए 121 ब्राह्मण भी होंगे. मंदिर के सामने एक निश्चित जगह पर 2 मंडप बनाए जाएंगे, जहां 9 हवान कुंड बनाए जाएंगे. इनमें से एक मंडप में भगवान गणेश और श्रीराम की पूजा होगी. जबकि दूसरे मंडप में भगवान राम के विग्रह के सभी संस्कार कराए जाएंगे. प्राण प्रतिष्ठा से जुड़ी पूजा (वैदिक अनुष्ठान )16 जनवरी से शुरू हो जाएगी. इसके बाद मुख्य पूजा 22 जनवरी को प्रधानमंत्री करेंगे. बता दें कि प्रधानमंत्री ने 5 अगस्त, 2020 में राममंदिर की आधारशिला रखी थी. 14 जनवरी से 22 जनवरी तक यहां अमृत महाउत्सव मनाया जाएगा. इसके अलावा यहां 1008 हुंडी महायज्ञ का आयोजन होगा, जिसमें लोगों को भोजन कराया जाएगा.
प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए अयोध्या आने वाले हजारों भक्तों के ठहरने के लिए टेंट सिटी बनाई जा रही है. जहां 10 हजार से 15 हजार लोगों के लिए व्यवस्था की गई है. जो लोग रात में वहां रुकना चाहते हैं. उन्हें रहने की जगह उपलब्ध कराई जाएगी. वहीं अयोध्या के साथ-साथ पूरे देश में इसे एक त्यौहार के रूप में मनाया जाएगा. मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा भी उन्हीं के हाथों होगी. देश के साढ़े पांच लाख मंदिरों में कार्यक्रम होंगे, जहां 7 करोड़ से अधिक परिवार पूजन-अर्चन करेंगे. महाराष्ट्र के सभी मंदिरों में दीपोत्सव का आयोजन किया जाएगा. साथ ही राम नाम का जप किया जाएगा.
इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए देश के सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के अध्यक्ष के साथ-साथ करीब 7 हजार लोगों को भी निमंत्रण भेजा गया है. जिनमें कई साधु-संत और धर्माचार्यों के अलावा जैन धर्मगुरु आचार्य लोकेश मुनि को भी आमंत्रित किया गया है. साथ ही लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, विनय कटियार, उमा भारती, अभिनेता अमिताभ बच्चन, अक्षय कुमार, भी आमंत्रित किए गए हैं. खिलाड़ियों में सचिन तेंदुलकर, रोहित शर्मा, सुनील गावस्कर, कपिल देव, कुंबले, द्रविड़, बाईचुंग भूटिया, पी.गोपीचंद, पीवी सिंधु, मैरी कॉम का नाम भी शामिल है.
साल 2019 में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद भव्य राम मंदिर के निर्माण का काम शुरू हो सका. जिसके लिए श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ ट्रस्ट की स्थापना की गई. इसी ट्रस्ट की निगरानी में मंदिर का निर्माण कार्य हो रहा है. अब ये मंदिर बनकर तैयार है. मंदिर के निर्माण के लिए कई स्रोत से पैसा आता है. रामलला के दर्शन के समय दानपात्र या फिर चढ़ावे के रूप में हर महीने एक करोड़ रुपए की राशि आती है. वहीं तीर्थ क्षेत्र के खातों में कभी एक महीने में लाख या फिर कभी किसी महीने में एक करोड़ रुपए जुट जाते हैं. वहीं विदेशी भक्तों के लिए दिल्ली में एक खाता खोला गया है. वहीं पहले मंदिर निर्माण में पहले 2500 कारीगर लगे थे. लेकिन बाद में निर्माण को निश्चित वक्त में पूरा करने के लिए कारीगरों की संख्या एक हजार और बढ़ाई गई थी. फिलहाल भव्य राम मंदिर बनकर तैयार है. अब जल्द ही भक्त सालों के इंतजार के बाद रामलला के दर्शन कर सकेंगे.
(फोटो साभार – श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के ट्विटर अकाउंट से)