मध्य प्रदेश के 6 जिले बाढ़ की चपेट में हैं. कई इलाकों में बाढ़ की वजह से कई जिलों का सड़क संपर्क टूट गया है. नदियों के किनारे बसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है. बाढ़ के हालात देखकर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इमरजेंसी बैठक बुलाई. इस बैठक में हालात सामान्य होने तक अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं. साथ ही बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए हेलिकॉप्टर की मदद लेने के निर्देश दिए गए. इस इमरजेंसी बैठक में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने राहत और बचाव कार्य की समीक्षा की.
भारी बारिश और बाढ़ के हालात को देखते हुए कई जिलों के स्कूलों में छोटी क्लास के बच्चों की छुट्टी घोषित कर दी गई है. मुख्यमंत्री ने सभी जिलों के कलेक्टर को निर्देश दिया है कि जनहानि में परिजनों को फौरन चार-चार लाख रुपए की सरकारी मदद मुहैया कराई जाए. मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद से प्रशासन अलर्ट है और राहत कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है. वहीं दतिया में बुधवार को हुई बारिश के बाद पुराने किले की दीवार गिरने से सात लोगों की मौत हो गई.