भारत में सिखों की सुरक्षा पर राहुल गांधी के बयान का चौतरफा विरोध हो रहा है. देश में कई जगहों पर राहुल गांधी के पुतले फूंकने की कई घटना हुई है. सिख के संगठनों ने कानपुर में राहुल गांधी के पुतले को फांसी पर लटकाया फिर उसका दहन कर दिया. राहुल गांधी का यह बयान अब उनके लिए सिर दर्द साबित हो रहा है. कहा जा सकता है कि उनका यह दांव उल्टा पड़ गया है. अब तमाम नेता उनके इस बयान को लेकर उन पर सवाल उठा रहे हैं.
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी ने कहा कि राहुल गांधी की मानसिकता पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना जैसी है. वो देश में अलगाववादी सोच को बढ़ाना चाहते हैं. बीजेपी के राज्यसभा सांसद अनिल वोंडे ने कहा कि राहुल गांधी की जुबान दाग दी जानी चाहिए. क्योंकि उन्होंने आरक्षण के बारे में जो कहा वो खतरनाक है. इससे पहले शिवसेना विधायक संजय गायकवाड़ ने कहा था कि राहुल की जीभ काटने वाले को 11 लाख का इनाम दिया जाएगा. वहीं केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा कि राहुल गांधी देश के नंबर वन टेरेरिस्ट हैं. उन्होंने सिखों को बांटने की कोशिश की है. सिख किसी पार्टी से जुड़ा नहीं है और यह चिंगारी लगाने की कोशिश है.
अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने वर्जीनिया में भारतीय अमेरिकी समुदाय के लोगों से कहा कि भारत में लड़ाई इस बात की है कि क्या एक सिख को भारत में पगड़ी या कड़ा पहनने का अधिकार है या नहीं. या एक सिख के रूप में वह गुरुद्वारा जा सकते हैं या नहीं. (तस्वीर साभार – राहुल गांधी फेसबुक पेज से साभार)