मध्य प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने गेस्ट टीचर्स को लेकर दिए अपने बयान पर हुए विवाद के बाद सफाई दी है. उन्होंने कहा है कि अतिथि शिक्षक हमारे बच्चे की तरह हैं हम उनके गार्जियन की तरह हैं. परिवार का कोई बच्चा अगर नाराज हो जाए तो बड़ी बात नहीं है. अगर वो दुखी होंगे तो हमें भी दुख होगा. बैतूल में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि अतिथि शिक्षकों के नियमितीकरण को लेकर सरकार की वित्तीय स्थिति , सुप्रीम के आदेश और शिक्षकों की प्राथमिकताओं को ध्यान में रखकर कोई फैसला लिए जाएगा.
इससे पहले स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने गेस्ट टीचर्स द्वारा रेगुलर करने की मांग को लेकर कहा था कि नियमितिकरण क्यों होगा, अतिथि शिक्षकों का नाम क्या है अतिथि. आप हमारे मेहमान बनकर आओगे तो घर पर कब्जा करोगे क्या. अतिथि शिक्षकों का कहना है कि राव उदय प्रताप सिंह के इस बयान के बाद से उनका मनोबल टूट गया है. वहीं कांग्रेस ने भी स्कूल शिक्षा मंत्री के इस बयान की आलोचना की थी. इसके बाद सीहोर में अतिथि शिक्षकों ने पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान का काफिला रोक लिया और उन्हें उनका वादा याद दिलाया. प्रदर्शनकारी गेस्ट टीचर्स ने शिवराज सिंह चौहान से कहा कि – अब आप से ही आस है मामा जी. इन शिक्षकों ने उन्हें स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह का बयान याद दिलाते हुए कहा कि उनके बयान से हमारा मनोबल टूट गया है. इस पर शिवराज सिंह चौहान ने शिक्षकों को आश्वासन देते हुए कहा कि मैं देखता हूं. घोषणा पूरी करने के लिए मैं पूरी ताकत लगा दूंगा. (तस्वीर साभार – उदय प्रताप सिंह फेसबुक पेज से साभार)