सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे एक वीडियो में एक छात्रा यूनिवर्सिटी कैंपस में अंडर गार्मेंट्स में घूमती नजर आ रही है. जबकि उसके आसपास की छात्राएं हिजाब में दिख रही हैं. कैंपस में तैनात गार्ड्स उस छात्रा को कार में बिठाने की कोशिश करते नजर आते हैं. लेकिन छात्रा उनका विरोध करती है. मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि यह छात्रा जबरन लादे गए सख्त ड्रेस कोड का विरोध कर रही है. ईरान में लागू ड्रेस कोड के मुताबिक हिजाब पहनने की अनिवार्यता है. हालांकि यूनिवर्सिटी प्रशासन ने दावा किया है कि छात्रा की दिमागी स्थिति ठीक नहीं है, वह गंभीर मानसिक प्रेशर से जूझ रही है.
बता दें की ईरान में हिजाब को लेकर नियम-कानून काफी सख्त हैं. 15 अगस्त 2022 को राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने हिजाब को लेकर कानून और इसका विरोध करने पर दी जाने वाली सजा को और सख्त कर दिया है. इसके बाद हिजाब नहीं पहनने की वजह से पुलिस ने महसा अमीनी नाम की युवती को गिरफ्तार किया था. जिसकी सितंबर 2022 में पुलिस हिरासत में ही मौत हो गई. महसा अमीनी की मौत के बाद ईरान में विरोध प्रदर्शन उग्र हो गए. इस आंदोलन को बुरी तरह से कुचल दिया गया. जिसमें 500 से ज्यादा प्रदर्शनकारी मारे गए.