जम्मू-कश्मीर के राजौरी में हुए आतंकवादी हमले के पीछे पाकिस्तान और चीन की साजिश की बात सामने आ रही है. सेना की गाड़ियों को निशाना बनाकर गुरुवार को किए गए इस हमले में चार भारतीय जवान शहीद हो गए. ऐसी खबरें हैं कि पाकिस्तान और चीन ने जम्मू-कश्मीर में लगभग खत्म से हो चुके आतंकवाद को फिर से खाद-पानी देने का काम शुरू कर दिया है. भारत के इन दोनों शैतान पड़ोसियों ने इसके लिए खतरनाक साजिश रची है. चीन की साजिश है कि जम्मू-कश्मीर में हालात ठीक हो जाएंगे तो भारत, चीन की सीमा पर फोकस करेगा और वहां सैनिकों की संख्या बढ़ा लेगा. लेकिन अगर जम्मू-कश्मीर में हालात खराब रहेंगे तो भारत इसी इलाके में उलझा रहेगा और चीन, भारत की सीमा पर अपनी मानमानी कर सकेगा. साल 2020 में राष्ट्रीय रायफल्स को जम्मू-कश्मीर से हटाकर लद्दाख में तैनात किया था. इससे चीन पर प्रेशर बना था.
उधर पाकिस्तान में फरवरी में चुनाव होने वाले हैं. पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ एक बार फिर प्रधानमंत्री बनने का ख्वाब पाले बैठे हैं. इसके लिए वो भले ही भारत के प्रति नरम बयान दे रहे हैं, लेकिन सच्चाई ये है कि पाकिस्तान, जम्मू-कश्मीर में हालात सामान्य होते नहीं देखना चाहता. कश्मीर में अशांति फैलाकर इसे चुनाव में भुनाना पाकिस्तानी हुक्मरानों के लिए आसान और फायदेमंद होता है. पिछले दिनों कश्मीर में हुए जी-20 शिखर सम्मेलन ने दुनिया भर का ध्यान कश्मीर में शांति बहाली के भारत के प्रयासों की ओर गया. यहां आए कई देशों के प्रतिनिधियों ने भारत के प्रयासों की तारीफ की. इस तारीफ से सबसे ज्यादा दिक्कत पाकिस्तान और चीन को हुई. क्योंकि यही दोनों, दुनिया के तमाम बड़े मंच पर कश्मीर को लेकर भारत को घेरते रहते हैं. धारा 370 खत्म किए जाने के बाद से जम्मू-कश्मीर से आतंकवाद खत्म हुआ और यहां नई हवा बही. दुनिया के सामने ये स्थापित हुआ कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है. जाहिर है ये बात हमारे दोनों पड़ोसियों को हजम नहीं हुई. यही वजह है कि पाकिस्तान और चीन ने एक बार फिर जम्मू-कश्मीर को अशांत करने की साजिश रची है. जिसमें दोनों का फायदा शामिल है.
चीन, अब भारत को घेरने के लिए पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में अपनी एक्टिविटी बढ़ा रहा है. इसके लिए वो पाकिस्तान को जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (LoC) पर बड़ी मदद कर रहा है. जिससे कि उसके लिए इस इलाके में रक्षा बुनियादी ढांचा तैयार हो सके. नियंत्रण रेखा के पास पाकिस्तान, चीन की मदद से कुछ इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार कर रहा है. LoC पर चीन की मदद से पाकिस्तान अंडरग्राउंड केबल भी बिछा रहा है. गुपचुप तरीके से चीन, पाकिस्तान को कॉम्बेट एरियल व्हीकल भी देने के साथ-साथ कम्युनिकेश टावर लगाने में मदद कर रहा है.