असम के करीमगंज जिले का नाम बदलकर रवींद्र नाथ टैगोर के सम्मान में श्रीभूमि रखा जाएगा. असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर इस बात की जानकारी दी. इससे पहले हाल ही में केंद्र सरकार ने अंडमान निकोबार द्वीप समूह की राजधानी पोर्ट ब्लेयर का नाम बदलकर श्रीविजया पुरम कर दिया था.
100 साल से भी पहले, कविगुरु रवींद्रनाथ टैगोर ने असम के आधुनिक करीमगंज जिले को श्रीभूमि- मां लक्ष्मी की भूमि के रूप में वर्णित किया था. काफी समय से हमारे लोगों की यह मांग थी, जिसे असम कैबिनेट ने पूरा कर दिया है- हिमंत बिस्व सरमा, मुख्यमंत्री, असम
स्थानीय इतिहास की जानकारी रखने वालों का कहना है कि करीमगंज जिले का नाम एक बंगाली मुस्लिम जमींदार मोहम्मद करीम चौधरी के नाम पर पड़ा था. उस दौर में उनका इलाके में खासा प्रभाव था. उन्होंने एक बाजार की शुरूआत की थी. इस बाजार का नाम करीमगंज पड़ा, उस वक्त ये सिलहट जिले का हिस्सा था. लेकिन जब इस इलाके को अलग जिला बनाया गया तो इसी बाजार के नाम पर जिले का नाम भी करीमगंज पड़ गया. (तस्वीर साभार- हिमंत बिस्व सरमा पेज से साभार)