उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है कि छात्रों को सलाह देते हुए कहा कि अगर जीवन में अधूरी तैयारी होगी. विजन और एक्शन नहीं होगा तो कन्फ्यूजन की स्थिति बनी रहेगी. जीवन का मकसद सिर्फ डिग्री और नौकरी हासिल करना नहीं हो सकता. जीवन का समकसद विराट होना चाहिए. अगर हम विजन के अनुरूप निष्ठा और ईमानदारी से प्रयास करेंगे तो सफलता जरूर मिलेगी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नोबल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने इन्ही बातों को साबित किया है.
गोरखपुर में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के 92वें संस्थापक सप्ताह समारोह के समापन समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नोबल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी के जीवन से सीख लेनी चाहिए. हर व्यक्ति को अपनी रुचि के मुताबिक लीक से हटकर कुछ नया करने का प्रयास करना चाहिए. यह क्षेत्र समाज सेवा, सामाजिक चेतना, महिला और बाल उत्थान, अन्नदाता किसानों के जीवन में बदलाव या समाज से जुड़ा कुछ भी हो सकता है. मुख्यमंत्री ने आगाह किया कि हमें यह ध्यान रखना होगा कि तकनीक हमसे संचालित हो हम तकनीक से संचालित ना हों.