उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में होने वाले विश्व के सबसे बड़े धार्मिक समागम में कुछ अहम बदलाव होने जा रहे हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शाही स्नान और पेशवाई के लिए नए शब्दों का इस्तेमाल करने की शुरुआत की है. उन्होंने इन शब्दों के लिए नए नाम दिए हैं. अब शाही स्नान के लिए अमृत स्थान और पेशवाई के लिए नगर प्रवेश कहा जाएगा.
बता दें कि महाकुंभ से काफी पहले से ही संत समाज और तमाम दूसरे हिंदू संगठनों ने इन दो शब्दों की जगह दूसरे शब्दों के इस्तेमाल की सलाह दी थी. संतों ने महाकुंभ में उर्दू और फारसी शब्दों के इस्तेमाल पर आपत्ति जताई थी. संतों का कहना है कि शाही स्नान और पेशवाई शब्दों का इस्तेमाल हमारी संस्कृति और परंपरा के विपरीत है. इससे पहले बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में उनकी सवारी में शाही शब्द के इस्तेमाल को लेकर विवाद उठा था. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने शाही की जगह राजसी स्नान का इस्तेमाल करने की सलाह दी थी. परिषद की ओर से कहा गया था कि शाही की जगह हम अमृत स्नान, दिव्य स्नान, देवत्व स्नान में किसी एक नाम पर भी विचार किया जा सकता है.