45 दिन तक प्रयागराज में हुए विश्व के सबसे बड़े धार्मिक समागम महाकुंभ के दौरान यहां आने वाले तीर्थयात्री अयोध्या, काशी और मथुरा भी गए. अयोध्या में श्रद्धआलुओं ने रामलला के मंदिर में जमकर दान किया. यहां महाकुंभ के दौरान रोजाना 4 से पांच लाख श्रद्धआलु रामलला के दर्शन के लिए आते रहे, इस दौरान उन्होंने 30 करोड़ रुपए की नकदी चढ़ाई.
रामलला को चढ़ाव में रोजाना एक करोड़ रुपए प्राप्त हो रहे थे. कई दफे ऐसा भी हुआ जब दानपात्र कम पड़ गए. इस वजह से 24 दानपात्र को बढ़ाकर 34 कर दिया गया. दर्शन मार्ग पर लगे दान पात्र थोड़ी ही देर में भर जाते थे जिन्हें गिनने के लिए 40 से ज्यादा कर्मचारियों को लगाया गया था. (तस्वीर साभार- राजनाथ सिंह फेजबुक पेज से साभार)