उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि पहले कुछ मिशनरी और वामपंथी जनजातीय समाज का ब्रेनवॉश भी किया करते थे. उन्होंने कहा कि साल 2017 से पहले जन जातीयों को मतदान का अधिकार नहीं था. राशन कार्ड और कनेक्टिविटी की सुविधा नहीं थी. वन विभाग और पुलिसकर्मी इनका शोषण किया करते थे. लेकिन भारतीय जनता पार्टी की सरकार आने के बाद से थारू, मुसहर, कोल, गोंड समेत सभी जनाजातियों को हर सुविधा उपलब्ध कराई गई.
लखनऊ में एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि वनटांगिया के 55 गांवों में कोई अधिकार नहीं थे. यह हालात देश की सुरक्षा के लिए भी खतरा बन रही थी. मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि थारू जनजाति के लोग अंग्रेजों द्वारा तराई के जंगलों में बसाए गए. उन्हें कहा गया कि जंगल में रहो, कोई वेतन नहीं मिलेगा. वो झोपड़ियों में रहे, शोषण सहा, जब स्वतंत्रता मिली तब भी सरकारों ने आंखें मूंद ली.