Operation Sindoor के बाद केंद्र की मोदी सरकार ने दुनिया को भारत का रुख बताने के लिए एक सर्वदलीय सांसदों का प्रतिनिधिमंडल विदेश भेजने का फैसला किया है. इस प्रतिनिधिमंडल में 7 सदस्य होंगे. ये सदस्य 23-24 मई को विदेश के लिए रवाना होंगे और अगले दस दिन विश्व के कई अहम देशों के साथ साथ संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों का दौरा करके उनके सामने भारत का रुख रखेंगे.
प्रतिनिधिमंडल में शामिल सात सांसद
शशि थरूर (कांग्रेस), असदुद्दीन ओवैसी (एआईएमआईएम), सुप्रिया सुले (एनसीपी-एसपी), श्रीकांत एकनाथ शिंदे (शिवसेना-शिंदे गुट), रविशंकर प्रसाद और बैजयंत पांडा (बीजेपी), संजय कुमार झा (जेडीयू), कनिमोझी (डीएमके)
थरूर पर विवाद
प्रतिनिधिमंडल में शशि थरूर को शामिल किए जाने पर कांग्रेस ने आपत्ति जताई है. कांग्रेस का कहना है कि उसने केंद्र सरकार को थरूर का नाम दिया ही नहीं. जबकि शशि थरूर ने प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी मिलने पर केंद्र सरकार का आभार जताते हुए कहा कि – मैं अपने देश का दृष्टिकोण रखने के लिए पांच प्रमुख देशों की राजधानियों में एक सर्वदलीय डेलिगेशन का नेतृत्व करने के लिए भारत सरकार के निमंत्रण से सम्मानित महसूस कर रहा हूं. जब देश के हित की बात होगी और मेरी सेवाओं की जरूरत होगी, मैं पीछे नहीं रहूंगा. (तस्वीर – नरेंद्र मोदी फेसबुक पेज से साभार)