विपक्ष की एकता के लिए बना इंडिया गठबंधन बिखरता नजर आ रहा है. पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी ने एकला चलो का नारा बुलंद कर दिया है तो पंजाब में आम आदमी पार्टी ने अकेले चुनाव लड़ने का एलान कर इंडिया गठबंधन को तगड़ा झटका दिया है. तृणमूल कांगेस और आम आदमी पार्टी द्वारा दिए गए इस झटके से विपक्षी गठबंधन का भविष्य अब अधर में आ गया है. गठबंधन के दलों में आपसी सामंजस्य जब चुनाव से पहले नहीं हो रहा है तो अगर ये गलती से चुनाव जीत भी गए तो सिरफुटव्वल वाली स्थिति आ जाएगी. इसका अंदाजा अभी से आम मतदाता को हो गया है. वैसे भी देवगौड़ा और गुजराल सरकार की दुर्दशा देखकर मतदाता को ऐसे किसी गठबंधन वाली सरकार से भरोसा पहले ही उठ चुका है. बीजेपी और मोदी से मुकाबले के लिए भले ही मजबूरी का गठबंधन बना लिया गया हो. लेकिन इस गठबंधन को लेकर कोई दल गंभीर नजर नहीं आते. यही नहीं गठबंधन के सभी दल अपने हित से ऊपर भी उठने को तैयार नहीं हैं.
गठबंधन में ममता उपेक्षित?
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी खुद को गठबंधन में उपेक्षित महसूस कर रही हैं. उनका कहना है कि उन्होंने जो सुझाव दिए, सभी नकार दिए गए, जिसके बाद उन्होंने पश्चिम बंगाल में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया. ममता बनर्जी ने राहुल गांधी की यात्रा को लेकर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में यात्रा को लेकर उन्हें शिष्टाचारवश भी जानकारी नहीं दी गई. इस तरह उनके साथ कोई चर्चा नहीं होना गलत है. उधर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी की ममता के प्रति तल्खी में कोई कमी नहीं है. तृणमूल कांग्रेस द्वारा सिर्फ दो सीट दिए जाने को लेकर अधीर रंजन चौधरी का कहना है कि उन्हें ममता से कोई भीख नहीं चाहिए.
पंजाब में आम आदमी पार्टी ने अलग पकाई खिचड़ी
ममता बनर्जी के अलावा पंजाब में आम आदमी पार्टी ने भी अकेले लोकसभा चुनाव लड़ने के संकेत दे दिए हैं. मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा है कि आम आदमी पार्टी पंजाब की सभी 13 सीट पर जीत हासिल करेगी. मीडिया में सूत्रों के हवाले से चल रही खबर के मुताबिक पंजाब संगठन ने अकेले चुनाव लड़ने का प्रस्ताव अरविंद केजरीवाल को भेजा, जिस पर उन्होंने सहमति दे दी है. वहीं ममता बनर्जी के रवैए पर आम आदमी पार्टी का कहना है कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस बड़ा दल है, कांग्रेस और लेफ्ट हमेशा उनसे मुकाबला करते रहे हैं. ऐसे में इनके बीच सीटों का तालमेल थोड़ा मुश्किल है. आम आदमी पार्टी ने उम्मीद जताई कि उनके बीच ये मसले सुलझा लिए जाएंगे और गठबंधन की सभी पार्टियां मिलकर चुनाव लड़ेंगी. (Image Source – ममता बनर्जी के फेसबुक एकाउंट से साभार)