Emergency पर लिखे अपने लेख में Shashi Tharoor ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने लिखा कि 50 साल पहले प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की ओर से लगाए गए आपातकाल ने दिखाया था कि कैसे आजादी को छीना जाता है. शुरू में तो धीरे-धीरे, भले-बुरे लगने वाले मकसद के नाम पर छोटी-छोटी लगने वाली आजादियों को छीन लिया जाता है. इसलिए यह एक जबरदस्त चेतावनी है और लोकतंत्र के समर्थकों को हमेशा सतर्क रहना चाहिए. अपने लेख में Shashi Tharoor ने लिखा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के सत्तावादी नजरिए ने सार्वजनिक जीवन को डर और दमन की स्थिति में धकेल दिया.
Shashi Tharoor ने लिखा कि अनुशासन और व्यवस्था की चाहत अक्सर बिना कहे ही क्रूरता में तब्दील हो जाती थी. जिसका उदाहरण इंदिराजी के बेटे संजय गांधी की ओर से चलाए गए जबरन नसबंदी अभियान थे. जो गरीब और ग्रामीण इलाकों में केंद्रित थे. जहां मनमाने लक्ष्य हासिल करने के लिए जबरदस्ती और हिंसा का इस्तेमाल किया जाता था. दिल्ली जैसे शहरी केंद्रों में बेरहमी से की गई झुग्गी-झोपड़ियों को ढहाने की कार्रवाई ने हजारों लोगों को बेघर कर दिया और उनके कल्याण की कोई चिंता नहीं की गई. (तस्वीर साभार- नरेंद्र मोदी फेसबुक पेज से साभार)