पड़ोसी देश पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हो रहा अत्याचार इतने साल बाद भी बदस्तूर जारी है. पाकिस्तान के राष्ट्रीय बाल अधिकार आयोग की रिपोर्ट में जो खुलासे हुए हैं वो चौंकाने वाले हैं. इस रिपोर्ट के मुताबिक अल्पसंख्यक धर्मों की नाबालिग बच्चियों का अपहरण और उनका जबरन धर्म परिवर्तन कर उन्हें उम्रदराज मुस्लिम मर्दों से शादी कराया जाता है. कानूनी मदद और प्रशासन की मदद ना मिल पाने की वजह से इनके पास खुद को बचा पाने के सारे रास्ते बंद हो जाते हैं.
क्रिश्चियन डेली इंटरनेशनल की रिपोर्ट के मुताबिक सबसे ज्यादा समस्या पंजाब प्रांत में है. यहां जनवरी 2022 और सितंबर 2024 के बीच अल्पसंख्यक बच्चों के खिलाफ दर्ज किए गए कुल मामलों का चालीस फीसदी यहां हुआ. पुलिस के मुताबिक पीड़ितों में 547 ईसाई, 32 हिंदू, 2 अहमदिया, 2 सिख और 9 अन्य लोग शामिल थे.
फिलहाल इस वीभत्स तस्वीर के बदलने की कोई सूरत नजर नहीं आती है. क्योंकि सबकुछ खुले आम हो रहा है. सरकारों ऐसी घटनाओं को सुनकर भी अनसुना कर देती हैं. वहां की अदालतें भी धर्म की चार दीवारी से बाहर नहीं आना चाहती हैं. ऐसे में ये बच्चे इस अमानवीय दरिंदगी को सहने को मजबूर हैं. ऐसा आगे भी होता रहेगा. इसकी गारंटी जरूर दी जा सकती है.