उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में हिंदू संगठनों ने दावा किया है कि नवाब अब्दुल समद का मकबरा असल में हजारों साल पहले भगवान शिव और श्रीकृष्ण मंदिर था. स्थानीय लोगों का दावा है कि मंदिर के स्ट्रक्चर को बदल कर मकबरा बना दिया गया. यह विवाद अब और बढ़ता नजर आ रहा है. 11 अगस्त को हिंदू संगठनों से जुड़े लोग भारी संख्या में यहां पूजा पाठ के लिए पहुंचे तो प्रशासन ने उन्हें रोकने की कोशिश की. लेकिन भीड़ ज्यादा होने की वजह से पुलिस उन्हें रोकने में नाकाम रही. इस दौरान इन लोगों की पुलिस से झड़प भी हुई.
जिस वक्त पुलिस इन लोगों को रोकने की कोशिश कर रही थी. उस दौरान मुस्लिम समुदाय के लोग भी जुट गए और उन लोगों ने पथराव शुरू कर दिया. जिसमें कई लोग जख्मी हो गए. मुस्लिम समाज के लोगों ने मकबरे के मंदिर होने के दावे को गलत करार दिया है. जबकि हिंदू समाज के लोगों का कहना है कि अगर ऐसा है तो इसकी वैज्ञानिक तरीके से जांच की जानी चाहिए, सच सामने आ जाएगा.