यूपी के संभल में हुई हिंसा पर न्यायिक आयोग ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है. जिसमें हैरान करने वाली बात यह है कि यहां आजादी के बाद हुए कई दंगों की वजह से हिंदुओं की 45 प्रतिशत आबादी घटकर 15 प्रतिशत रह गई है. 24 नवंबर, 2024 को जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान हुई हिंसा की न्यायिक जांच ये बाते सामने आई हैं. 450 पन्नों की अपनी रिपोर्ट में न्यायिक आयोग ने बताया है कि हिंसा के दौरान पठान और तुर्क के बीच हुई फायरिंग में 4 लोगों की मौत हुई थी. हिंसा की वजह सांसद जियउर्ररहमान बर्क के भड़काऊ भाषण को बताया गया है, जिसमें तुर्क और पठान समुदाय में तनाव बढ़ा.
रिपोर्ट के मुताबिक संभल में हिंसा के लिए उपद्रवियों को बाहर से बुलाया गया, हिंदुओं की धार्मिक धरोहरों को नष्ट किया गया. हरिहर मंदिर की नींव में बाबर के जमाने के सबूत मिले. बार-बार निशाना साधे जाने की वजह से हिंदू यहां से पलायल करते गए. आयोग ने प्रशासन और पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए. पिछले साल हुई हिंसा की वजह कई साल से चल रही टेंशन भी थी.
दंगों में मारे गए 213 लोगों में 209 हिंदू
संभल में अब तक हुए दंगों में 213 लोगों को अपनी जान गंवाने पड़ी. जिसमें 209 लोग हिंदू थे. यहां मार्च, 1978 को होली के बाद हुए दंगों में 184 हिंदुओं की हत्या कर दी गई थी. रिपोर्ट के मुताबिक संभल में हिंदुओं की आबादी कम होने के पीछे लव जिहाद और धर्मांतरण को भी वजह बताया जा रहा है. यहां हिंदुओं को लव जिहाद और धर्मांतरण के जरिए मुस्लिम बनाया जा रहा है. (तस्वीर साभार – एमयोगी आदित्यनाथ फेसबुक पेज से साभार)