कांग्रेस और आरजेडी के मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए आपत्तिजनक शब्दों के इस्तेमाल के मामले में बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने राहुल गांधी से इस्तीफे की मांग की है. उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं अस्वीकार्य हैं. यह राष्ट्रीय जनता दल की महिलाओं के प्रति मानसिकता को दर्शाता है. इससे देश की महिलाओं और बहनों की आत्म-सम्मान को ठेस पहुंची है.
हिमाचल प्रदेश के मंडी से सांसद कंगना रनौत ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल महिला विरोधी दल है. जब विपक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दिवंगत मां को नहीं बख्श रहा है तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि वे उनके बारे में क्या सोचते हैं जो संसद में उनके प्रतिद्वदी हैं. इस मामले में माफी मांगना काफी नहीं है. राहुल गांधी को इस पूरी घटना पर इस्तीफा देना चाहिए.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां ने सरकार से कोई सुविधा नहीं ली थी और एक तपस्वी का जीवन जिया था. इसके बाद भी विपक्ष ने उनके लिए अपमानजनक टिप्पणी की. इससे पहले इस मामले में प्रधानमंत्री मोदी का दर्द छलक पड़ा. भावुक होकर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह मेरी मां का नहीं, बल्कि देश की हर मां-बहन और बेटियों का अपमान है. उन्होंने भोजपुरी में कहा कि बिहार में माई के स्थान देवता-पित्तर से भी ऊपर होला. उन्होंने कहा कि मां ही तो हमारा संसार होती है. मां ही हमारा स्वाभिमान होती है. इस समृद्ध परंपरा वाले बिहार में कुछ दिनों पहले जो हुआ, उसकी मैंने कल्पना भी नहीं की थी. खुद बिहार वालों ने भी इसकी कल्पना नहीं की थी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक वर्चुअली कार्यक्रम में संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि इस घटना की जितनी पीड़ा मेरे दिल में है, उतनी ही तकलीफ मेरे बिहार के लोगों के दिल में भी है. मैं आपसे अपना दुख साझा कर रहा हूं, जिससे कि मैं इस पीड़ा को झेल पाऊं. मेरी मां का शरीर इस दुनिया में नहीं. मेरी उस मां को जिसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं. आरजेडी और कांग्रेस के मंच से भद्दी गालियां दी गईं. (तस्वीर – नरेंद्र मोदी फेसबुक पेज से साभार)