उत्तर प्रदेश एंटी टेररिज्म स्क्वॉड ने छांगुर बाबा धर्मांतरण केस में चार्जशीट दाखिल कर दी है. इस चार्जशीट में बड़े खुलासे हुए हैं. चार्जशीट के मुताबिक छांगुर ने साल 2047 तक भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने की साजिश रची थी. इसके लिए उसका गिरोह हिंदू युवती और युवकों का साल 2015 से ही मतांतरण करवा रहा था. इसके लिए उसके गिरोह को कई माध्यमों से करीब 500 करोड़ रुपए भी दिए गए थे. हजार से ज्यादा युवाओं को अपने गिरोह में वेतन पर भर्ती किया गया. इन लोगों को मतांतरण कराने पर 50 हजार से लेकर एक लाख रुपए तक दिए जाते थे. एटीएस ने 40 से ज्यादा बैंक खातों में सौ करोड़ से ज्यादा के लेन-देन का खुलासा किया है.
एटीएस की जांच के मुताबिक छांगुर का नेटवर्क यूपी के अलावा महाराष्ट्र, बिहार, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक तक फैला था. यह गैंग कोडवर्ड में काम करता था. जैसे हिंदू लड़कियों के ब्रेनवॉश को काजल करना, धर्मांतरण के लिए मुलाकात को दीदार कहा जाता है.
छांगुर ने शिजर-ए-तैय्यबा नाम की किताब के जरिए इस्लाम का प्रचार करते हुए खुद को पीर बाबा के रूप में पेश किया. उसे दुबई सरकार ने मुस्लिम धर्म अपनाने का प्रमाण पत्र भी जारी किया था. जबकि वो मुस्लिम धर्म से संबंधित साहित्य प्रकाशन कर समाज में घृणा फैलाने का काम कर रहा था. जुलाई में छांगुर की गिरफ्तारी के बाद जांच ये सब खुलासे हुए हैं.