संयुक्त राष्ट्र (UN) में मानवाधिकार परिषद में पाकिस्तान को जमकर खरी-खोटी सुनाई. भारत ने कहा कि हमें आतंकवाद के उस प्रायोजक से सीख लेने की कोई जरूरत नहीं है. जो विश्व की सुरक्षा को खतरे में डालने वाले नेटवर्क को वित्तपोषित और पनाह देता है. भारत ने कहा कि हमें एक बार फिर उस देश के उकसावे का सामना करना पड़ा जिसके नेतृत्व ने हाल ही में अपने देश को डंप ट्रंप बताया था. यह देश इस प्रतिष्ठित परिषद में लगातार झूठ और दुष्प्रचार कर रहा है.
भारत ने अलकायदा आतंकी ओसामा बिन लादेन की याद दिलाते हुए कहा कि ट्विंस टावर पर हुए उस दर्दनाक हमले को मत भूलिए. जिसकी बरसी दुनिया कल मनाएगी. आज हम उन लोगों का पाखंड देख रहे हैं. जिन्होंने इस आतंकावादी हमले के मास्टरमाइंड को पनाह दी और उसे शहीद के रूप में महिमामंडित किया. इस मंच से भारत ने स्विटजरलैंड को भी आइना दिखाया.
भारत ने कहा कि स्विटजरलैंड जैसे घनिष्ट मित्र और साझेदार की ओर से इस तरह की सतही और गलत टिप्पणी हैरान करती है. उसे नस्लवाद, भेदभाव और दूसरे देशों के लोगों के प्रति नफरत जैसी अपनी चुनौतियों पर ध्यान देना चाहिए. स्विटजरलैंड ने भारत में अल्पसंख्यकों के मुद्दे पर भारत पर सवाल उठाए थे.