अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के बीच शांति स्थापित करने का दावा किया है. उन्होंने कहा कि टैरिफ की मदद से ही संघर्ष को समाप्त करवाया जा सका है. अगर मेरे पास टैरिफ की ताकत नहीं होती, तो सात में से कम से कम चार युद्ध चल रहे होते. अगर आप भारत और पाकिस्तान के मामले में देखें तो वो इस ओर जाने ही वाले थे. सात विमान गिरा दिए गए थे. अमेरिका को टैरिफ ने सिर्फ आर्थिक फायदा ही नहीं दिया है, बल्कि शांति स्थापित करने में मदद की है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि मैं भारत के बहुत करीब हूं. मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काफी करीब हूं. मैंने उन्हें उनके जन्मदिन पर शुभकामनाएं दी थी. हमारे बीच काफी अच्छे संबंध हैं. लेकिन मैंने उन पर प्रतिबंध लगाए. एक बार फिर उन्होंने भारत औऱ पाकिस्तान का युद्ध रुकवाने का क्रेडिट लेने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच हुए संघर्ष को सुलझाने में मैंने दखल दिया था. अगर भारत और पाकिस्तान को हमारे साथ कारोबार करना है तो उन्हें साथ मिलकर काम करना होगा. दोनों देश जोर शोर से आगे बढ़ रहे हैं.
इससे दो दिन पहले ही भारत और Pakistan के बीच युद्धविराम का क्रेडिट लेकर नोबेल पुरस्कार पाने के लिए उतावले Donald Trump का दावा Pakistan ने खारिज कर दिया था. Pakistan के उप प्रधानमंत्री Ishaq Dar ने Al Jazeera को दिए इंटरव्यू में माना है कि भारत ने कभी भी दोनों देशों के बीच किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता स्वीकार ही नहीं की. हालांकि हमें कोई आपत्ति नहीं थी, लेकिन भारत ने साफ तौर पर कहा है कि यह एक द्विपक्षीय मुद्दा है.
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump ने दावा किया था कि Operation Sindoor के दौरान उन्होंने भारत और Pakistan के बीच मध्यस्थता करके Ceasefire करवाया था. उन्होंने कहा था कि मैंने 6 युद्धविराम करवाए हैं, अगर मैंने समय रहते दखल नहीं दिया होता और सभी व्यापार वार्ता रोकने की धमकी ना दी होती तो भारत Pakistan से युद्ध कर रहा होता. जबकि भारत तीसरे पक्ष के दखल की बात को खारिज करता रहा है. भारत ने साफ कहा था कि Pakistan डीजीएमओ की विनती पर हमने उनका अनुरोध स्वीकार किया था. (तस्वीर एआई की मदद से बनाई गई है)