उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म पर दिए बयान के बाद अब डीएमके सांसद ए.राजा के बयान से एक नया विवाद खड़ा हो गया है. ए.राजा ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी की जय श्रीराम और भारत माता की विचारधारा को तमिलनाडु कभी स्वीकार नहीं करेगा. उन्होंने कहा कि “राम का दुश्मन कौन है? मेरे तमिल शिक्षक ने कहा कि राम सीता के साथ जंगल में गए थे. उन्होंने एक शिकारी को स्वीकार किया, उन्होंने सुग्रीव और विभीषण को भी भाई के रूप में स्वीकार किया. वहां कोई जाति या पंथ नहीं था. मैं रामायण या राम को नहीं जानता, मैं इस पर विश्वास नहीं करता हूं.
‘…तब हम अलग हो जाएंगे’
ए.राजा यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि लोकसभा चुनाव के बाद तमिलनाडु में कोई द्रमुक नहीं होगी. ऐसे में अगर डीएमके नहीं रहेगी तो भारत भी नहीं रहेगा. बीजेपी पर ए.राजा ने निशाना साधते हुए कहा कि वो देश के संविधान को फेंकना चाहते हैं. मैंने यह क्यों कहा कि भारत वहां नहीं होगा? यदि आप दोबारा सत्ता में आए, तो संविधान वहां नहीं होगा. अगर संविधान नहीं है, तो भारत वहां नहीं होगा. अगर भारत वहां नहीं है, तमिलनाडु तमिलनाडु नहीं रहेगा और हम अलग हो जाएंगे. क्या भारत ऐसा चाहता है?
‘भारत एक देश नहीं बल्कि एक उपमहाद्वीप है’
मदुरै में एक सार्वजनिक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री ए.राजा ने कहा कि – एक देश का मतलब एक भाषा, एक परंपरा और एक संस्कृति है. भारत एक देश नहीं बल्कि एक उपमहाद्वीप है. उन्होंने कहा कि अगर कोई समुदाय गोमांस खाता है, तो इसे स्वीकार करें. अगर कोई मणिपुर में कुत्ते का मांस खाता है, तो यह उनकी संस्कृति में है. आपकी समस्या क्या है? क्या उन्होंने आपसे खाने के लिए कहा?
ए.राजा के बयान पर बीजेपी का पलटवार
बीजेपी ने ए.राजा पर भगवान राम के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाया है. बीजेपी ने कहा कि -डीएमके की नफरत भरी बयानबाजी बेरोकटोक जारी है. उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म को नष्ट करने के आह्वान के बाद, अब यह ए राजा हैं जो भारत के Balkanisation का आह्वान करते हैं और भगवान राम का मजाक उड़ाते हैं, मणिपुरियों पर अपमानजनक टिप्पणियां करते हैं और एक राष्ट्र के रूप में भारत के विचार पर सवाल उठाते हैं. ए.राजा के इस बयान पर बीजेपी ने राहुल गांधी, कांग्रेस और आई.एन.डी.आई. गठबंधन के सभी दलों की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं.
सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद भी बयानबाजी जारी
ए.राजा का यह बयान उनकी ही पार्टी के नेता और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के बेटे उदयनिधि स्टालिन को सनातन धर्म पर उनकी टिप्पणी पर फटकार के बाद आई हैं. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें फटकार लगाते हुए कहा है कि आपने अपने अधिकारों का दुरुपयोग किया है. उदयनिधि स्टालिन ने कहा था कि – हम जिस तरह मच्छर, डेंगू, मलेरिया और कोरोना को समाप्त करते हैं. उसी तरह केवल सनातन धर्म का विरोध करना ही काफी नहीं है. इसे समाज से पूर्ण रूप से समाप्त किया जाना चाहिए. उदयनिधि यहीं नहीं रुके उन्होंने ये तक कह डाला कि सनातन धर्म की वजह से समाज के कुछ लोग मुश्किलें झेल रहे हैं. (तस्वीर – ए. राजा के एक्स अकाउंट से साभार)