कर्नाटक के बेंगलुरू में अजान के वक्त हनुमान चालीसा बजाने को लेकर हुई मारपीट को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है. इस घटना को लेकर भारी नाराजगी जताई जा रही है. भले ही इस मामले में 3 लोगों की गिरफ्तारी हो गई हो लेकिन गुस्सा अभी थमा नहीं है. आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर लोग सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इस विरोध प्रदर्शन में बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या भी शामिल हुए और उन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया. बीजेपी का कहना है कि सिर्फ 3 आरोपियों की गिरफ्तारी से काम नहीं चलेगा सीसीटीवी में दिख रहे सभी लोगों की गिरफ्तारी होनी चाहिए.
हनुमान चालीसा बजाने पर चाकू से हमला
17 मार्च को बेंगलुरू में जुमा मस्जिद रोड पर मुकेश कुमार अपनी दुकान में अजान के दौरान लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा बजा रहे थे. अचानक दुकान पर मुस्लिम समाज के लोग ग्रुप में आए लोगों ने उन्हें भजन बजाने से रोका तो मुकेश ने इसका विरोध किया. इस पर इन लोगों ने उन पर हमला कर दिया. इस इन युवकों में से एक शख्स ने दुकानदार मुकेश पर चाकू से भी हमला कर दिया.
बेंगलुरू में बैन है हनुमान चालीसा?
कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता आर.अशोक ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने सवाल किया है कि क्या कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को मालूम है कि हनुमान चालीसा पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की तुष्टिकरण की राजनीति की वजह से ही एक हिंसक भीड़ ने हनुमान चालीसा बजाने पर एक हिंदू दुकानदार पर बेरहमी से अटैक कर दिया.
बीजेपी ने कहा कि पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे, रामेश्वरम कैफे में बम धमाका और अब ताजा घटना से साबित होता है कि कांग्रेस सरकार कैसे राष्ट्र विरोधी तत्वों को बेंगलुरू पर कब्जा करने दे रही है. ऐसा रहा तो प्रदेश की कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो जाएगी. बीजेपी ने कहा कि मुस्लिमों द्वारा अजान के वक्त हिंदू दुकानदार पर हमला करना कांग्रेस की मोहब्बत की दुकान की सच्चाई उजागर करता है.