कोई खालिस्तानियों से करोड़ों की डील कर रहा है, कोई लंदन में खालिस्तान समर्थक ब्रिटिश सांसद से मिल रहा है. ये गैंग्स ऑफ केजरीवाल के नए कांड हैं, जो देश की सुरक्षा के लिए कितना खतरनाक हो सकता है. इसका अंदाजा लगाना ज्यादा मुश्किल नहीं है. ये वो लोग हैं जो देश के हित के लिए बड़ी बातें करते हैं और बीजेपी सरकार पर लोकत्रांतिक मूल्यों के हनन का आरोप लगाते हैं. खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू के दावे के बाद ईडी की हिरासत के बाद अब दिल्ली के कट्टर ईमानदार मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एनआईए के सवालों का सामना करना पड़ सकता है.
केजरीवाल पर पन्नू के गंभीर आरोप
खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल पर 133 करोड़ रुपए (16 मिलियन डॉलर) की डील करने का आरोप लगाया है. पन्नू का दावा है कि केजरीवाल ने खालिस्तानियों से मुलाकात में आतंकी भुल्लर को रिहा करने का वादा किया था. पन्नू ने वीडियो में कहा कि केजरीवाल खुद को ईमानदार हिंदू कहते हैं लेकिन वह बेइमान हिंदू हैं. 2014 में जब वो सत्ता में नहीं थे, तब उन्होंने अमेरिका में खालिस्तानियों से वादा किया था कि अगर उनकी सरकार बनती है तो पांच घंटे के अंदर प्रोफेसर देविंदर पाल सिंह भुल्लर को रिहा कर देंगे. पन्नू ने आरोप लगाया कि खालिस्तानियों की बात करने वालों को पंजाब में भगवंत मान की सरकार रोक रही है.
खालिस्तानी समर्थक ब्रिटिश सांसद से मिले राघव चड्ढा
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा के लंदन में खालिस्तानी समर्थक ब्रिटिश सांसद प्रीत गिल से मुलाकात की खूब चर्चा हो रही है. प्रीत गिल खालिस्तानी अलगाववाद की समर्थक और भारत विरोधी भावनाओं को भड़काने के लिए जानी जाती हैं. जबकि भारत में प्रचारित किया गया है कि राघव चड्ढा इलाज आंखों के इलाज के लिए लंदन गए हैं. सवाल उठ रहा है कि देश अत्याधुनिक इलाज सुविधा के बाद भी उन्हें लंदन क्यों जाना पड़ा और वहां इलाज की बजाए वो खालिस्तानी समर्थकों से मुलाकात क्यों कर रहे हैं. ऐसे में राघव चड्ढा का उनसे मिलना और पन्नू का खुलासा करना अब आम आदमी पार्टी के लिए मुश्किलें बढ़ाने वाला है.
कुमार विश्वास भी लगा चुके हैं आरोप
अन्ना के आंदोलन के दौरान से केजरीवाल की टीम के अहम सदस्य रहे कुमार विश्वास ने 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल पर खालिस्तान समर्थक होने का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि वो आदमी सत्ता के लिए किसी भी हद तक जा सकता है. केजरीवाल हमेशा से ही खालिस्तान के समर्थक रहे हैं, जब मैं उनके साथ था तो वह मुझे अपनी योजनाओं के बारे में बताते रहते थे. एक दिन उन्होंने कहा कि – मैं या तो पंजाब का सीएम बनूंगा या फिर आजाद राष्ट्र का पहला प्रधानमंत्री बनूंगा. कुमार विश्वास ने कहा कि केजरीवाल को अलगाववादियों से मदद लेने में भी कोई दिक्कत नहीं है. पन्नू के दावे के बाद कुमार विश्वास के बयान की सच्चाई की पुष्टि होती है.