याद कीजिए, क्रिकेट मैच में पाकिस्तान से भारत के हारने पर पटाखे इसी देश में फोड़े जाते थे. ऐसे मुकाबलों के दौरान पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे सुनना हैरान नहीं करता था. फिर एक वक्त आया कि इन्हीं नारों को अनदेखा करने वाले लोग हिंदुओं पर असहिष्णु होने की तोहमत लगाने लगे. यही तोहमत लगाने वाले लोगों की नींद पाकिस्तान के जीतने पर फोड़े जाने वाले पटाखों से नहीं टूटती थी. क्या ये ना माना जाए कि समुदाय विशेष के प्रति पैदा हुई इस नफरत के बीज खुद इस समुदाय विशेष ने बोए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आपका प्यार समझ में आता है, लेकिन मैसूर में यू-ट्यूबर से पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगवाने वालों की मंशा पर संदेह पैदा करता है. अपनी सरजमीं की दुहाई देने वाला ये समुदाय विशेष पाकिस्तान की मांग करने वाली अलगाववादी सोच से आगे नहीं निकल पाया है.
मोहब्बत की दुकान सजाए बैठे ठेकेदारों और देश की सेक्युलर जमात को समझना होगा कि ‘पाकिस्तान भेजे दिए जाने’ का नारा इसी ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे से जन्मा है. देश में ऐसे कई मामले सामने आए हैं जब जानबूझ कर हिंदू समाज को नीचा दिखाने के लिए ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाए गए, कुछ मामलों में केस भी दर्ज किए गए. लेकिन हिंदू समाज को नीचा दिखाने का पाक और नेक काम बेदस्तूर जारी है. इन बातों से बेखबर हिंदू समाज रोजी-रोटी में मशगूल है. ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाने का क्या ये सीधा मतलब नहीं निकला जा सकता है कि – देश की अखंडता को हम खंडित करेंगे. हम तुमसे अलग हैं और तुम्हारी जमीन और संसाधनों पर हमारा भी एक अलग हिस्सा है, हम तुमसे श्रेष्ठ हैं और तुम हमसे कमतर हो. तुम सजाओ और सींचो इस जमीन को, हम लूटने आएंगे.
कर्नाटक के मैसूर में एक यू-ट्यूबर को मुस्लिम समाज के कुछ लोगों ने बुरी तरह से पीट दिया. उसके बाद उसके ऊपर बीयर डाला गया और पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने को मजबूर किया गया. फिलहाल पुलिस पीड़ित युवक के दावे की जांच कर रही है. लेकिन क्या आप यकीन करेंगे कि किसी ने देश के प्रधानमंत्री की तारीफ गाना गाया तो उसे ‘समुदाय विशेष’ के लोग उसी बुरी तरह पीट दें और उससे पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगवाएं. जी हां ये आपके ही देश में हुआ है.
जब कर्नाटक विधानसभा चुनाव में लगे पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे
इसी साल मार्च में राज्यसभा चुनाव के दौरान कर्नाटक विधानसभा में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए गए. ये नारे कांग्रेस नेता सैयद नसीर हुसैन की जीत के बाद विधानसभा के अंदर लगाए गए थे. इस बात की पुष्टि वीडियो की फॉरेंसिक जांच रिपोर्ट में हुई है. रिपोर्ट में साबित हुआ है कि मौके पर ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाए गए थे. जांच रिपोर्ट से साफ है कि वीडियो से कोई छेड़छाड़ नहीं हुई है. भारतीय जनता पार्टी द्वारा वीडियो जारी किए जाने के बाद मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने आरोपों की जांच के लिए वीडियो को कर्नाटक फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी भिजवाया था. जिसकी रिपोर्ट में इसकी पुष्टि हो चुकी है. इसके बाद कर्नाटक पुलिस ने इस मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार किया था. (तस्वीर साभार – सोशल मीडिया- एक्स )