उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उज्ज्वल भविष्य का एक ही मंत्र है, राष्ट्र सुरक्षित तो हम सुरक्षित, उन्होंने कहा कि पूजा का तरीका अलग हो सकता है, लेकिन धर्म सभी का एक होना चाहिए. वह है राष्ट्रधर्म. उन्होंने कहा कि हमारा देश, राम के समय से ही एकता के साथ जुड़ने के रूप में जाना जाता है. कई राज्यों तक के विस्तृत भूभाग पर जनजाति संस्कृति ने भारत के ज्ञान विज्ञान को बढ़ाया. जब भी देश के सामने कोई चुनौती आई उसका डटकर मुकाबला किया.
लखनऊ में जनजाति युवाओं की संस्कृति का आदान-प्रदान कार्यक्रम में ओडिशा, छत्तीसगढ़, झारखंड और मध्यप्रदेश से आए जनजातीय युवाओं से मुख्यमंत्री मुलाकात की. इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि श्रीराम के वनवास के दौरान बंदर, भालू ही लड़ने के लिए आए थे. इन्हीं लोगों ने धर्म और देश के लिए समुद्र पर सेतु बनाया और रावण से लड़ाई लड़ी. यह काम जनजाति के लोगों ने ही किया. जबकि ये काम असंभव लगता है. उन्होंने कहा कि भारत में राष्ट्रपति के पद पर जनजातीय महिला विराजमान होकर भारत के गौरव को नई ऊंचाई तक पहुंचाने में योगदान दे रही हैं. जनजातीय संस्कृति के संरक्षण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में संपूर्ण राष्ट्र पूरी तत्परता के साथ काम कर रहा है.