भारत पर अमेरिकी President Trump द्वारा बदले की भावना से लगाए गए टैरिफ के बाद अब ट्रंप को अपने ही देश में आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. अमेरिकी विश्लेषकों ने ट्रंप की आलोचना करते हुए कहा है कि भारतीय प्रधानमंत्री मोदी, ब्लादिमीर पुतिन और शी जिनपिंग को नजर अंदाज नहीं किया जा सकता है. एनसीबी की रिपोर्ट में कहा गया है कि – PM Modi, Vladimir Putin और Xi Jinping का एक दूसरे का हाथ पकड़ा, गले मिलना वाशिंगटन में सबका ध्यान खींचने के लिए किया गया था. इन नेताओं के गले मिलने के भाव और वक्त को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता.
अमेरिकी विश्लेषकों ने साफ शब्दों में यहां तक कह दिया है कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विरोध करना सही नहीं है. ऐसा करना अमेरिका के लिए अच्छा नहीं हो सकता है. दरअसल अमेरिकी मीडिया की ऐसी तल्खी ट्रंप के उस बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने भारत और अमेरिका ट्रेड डील को एकतरफा त्रासदी बताया. ट्रंप का कहना है कि बहुत कम लोग यह जानते हैं कि हम भारत के साथ बहुत थोड़ा कारोबार करते हैं. लेकिन भारत हमारे साथ ज्यादा कारोबार करता है. अब तक यह पूरी तरह से एकतरफा रिश्ता रहा है और यह कई दशकों से चला आ रहा है.
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कहा कि ट्रंप ने पाकिस्तान के साथ डील के कारण भारत के संबंधों को कुर्बान कर दिया. खास बात यह है कि ट्रंप ने भारत पर पचास प्रतिशत शुल्क लगाया है, जबकि पाकिस्तान को राहत दी है. उन्होंने दावा किया कि ट्रंप के परिवार के साथ व्यापार करने की पाकिस्तान की इच्छा के लिए ट्रंप ने भारत के साथ अपने संबंधों को नजरअंदाज कर दिया है. भारत और अमेरिका के रिश्ते हमारे हित में हैं.