पाकिस्तान में मुहाजिरों की रक्षा के लिए वहां के निर्वासित नेता और मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट के संस्थापक अल्ताफ हुसैन ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है. लंदन में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बलोचियों के अधिकारों का समर्थन किया है जो साहसी कदम है और उन्हें मुहाजिर समुदाय के लिए भी इसी तरह से समर्थन जताना चाहिए. बता दें कि नवंबर, 2019 में अल्ताफ हुसैन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भारत में शरण देने की मांग की थी.
भारत में शरण मांगते हुए अल्ताफ हुसैन ने कहा था कि उन्हें शरण मिलेगी तो वो भारत में दफनाए गए अपने पुरखों की कब्रों पर जा सकेंगे. इस वक्त वो ब्रिटेन में नफरत फैलाने और आतंकवाद को बढ़ावा देने के आरपो में केस दर्ज था. उनकी इस अपील पर भारत सरकार ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी.
बता दें कि पाकिस्तान में भारत से गए उर्दू बोलने वाले मुसलमानों को मुहाजिर कहा जाता है. एक वक्त था जब सत्ता पर मुहाजिरों की अच्छी पकड़ थी. लेकिन बाद के दशकों में उनकी पकड़ कमजोर हो गई. उनकी जगह सिंधी और पंजाबी लोगों ने ले ली. तब से मुहाजिरों को भेदभाव और उत्पीड़न का शिकार होना पड़ा. अल्ताफ हुसैन और उनकी पार्टी का दावा है कि पाकिस्तानी सेना की कार्रवाई में अब तक पच्चीस हजार से ज्यादा मुहाजिरों की मौत हो गई है और हजारों मुहाजिर लापता हैं. अल्ताफ हुसैन के ऐसे दावों की वजह से पाकिस्तान उन्हें भारतीय खुफिया एजेंसी का एजेंट बताती है.