चर्चित बांग्लादेशी लेखिका Taslima Nasreen ने पहलगाम हमले पर कहा कि जब तक इस्लाम है, तब तक आतंकवाद भी रहेगा, उन्होंने कहा कि इस्लाम पिछले चौदह सौ साल से नहीं बदला, जब तक यह बदलेगा नहीं, तब तक आतंकवाद पनपता रहेगा. तस्लीमा नसरीन ने कहा कि ढाका हमले में मुसलमानों को इसलिए मार दिया गया था क्योंकि वो कसमा नहीं पढ़ पाए थे. यही होता है जब आस्था, इंसानियत और तर्क से ऊपर हो जाती है.
Taslima Nasreen ने कहा कि यूरोप में चर्च संग्रहालय बन चुके हैं. लेकिन मुससमान अब भी मस्जिदें बना रहे हैं. उनके स्कूल मदरसों में बच्चों को केवल एक ही किताब पढ़ाई जाती है. ऐसा नहीं होना चाहिए. हर बच्चे तो सभी किताबें पढ़नी चाहिए. न कि केवल धार्मिक ग्रंथ.