बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के तख्तापलट और नई अंतरिम सरकार के गठन के बाद से लगातार हिंदुओं और अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा अभी तक जारी है. इस बीच बांग्लादेश ने पहली बार मान लिया है कि अगस्त के बाद से बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों (हिंदुओं) के खिलाफ सांप्रदायिक हिंसा की 88 घटनाएं हुईं. इस मामले में 70 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. बांग्लादेश की ओर से ये बातें तब मानी गई हैं. जब भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रहे हमलों के मुद्दों को उठा रहे हैं.
इस बीच बांग्लादेश की एक अदालत ने हिंदू संत चिन्मय दास की जमानत पर जल्द सुनवाई की अर्जी को खारिज कर दिया है. बता दें कि 25 नवंबर को चिन्मय दास को एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया था. उन्हें बांग्लादेश के राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था. इस बीच कई बांग्लादेशी नेताओं ने भारत पर बांग्लादेश को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया है. बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी का कहना है कि अगर इंडिया चटगांव मांगता है कि तो हम बंगाल, बिहार और ओडिशा वापस ले लेंगे. इंडिया में सांप्रदायिकता बहुत ज्यादा है. इसके जवाब में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि आप कब्जा करेंगे और क्या हम बैठकर लॉलीपॉप खाएंगे.
खबरों के मुताबिक बांग्लादेश में रोहिंग्या शर्णार्थियों को आतंकी ट्रेनिंग दी जा रही है. इस ट्रेनिंग के बाद उन्हें म्यांमार में जारी गृहयुद्ध में शामिल होने के लिए भेजा जाता है. बांग्लादेश में दी जा रही ये ट्रेनिंग पाकिस्तान की मदद से दी जा रही है. यह खबर भारत की टेंशन बढ़ा सकती है. रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान की मदद से बांग्लादेश में 250 से ज्यादा रोहिंग्या आतंकियों को ट्रेनिंग दी जा रही है. इस ट्रेनिंग के लिए सऊदी अरब और मलेशिया के जरिए 2.8 करोड़ रुपए की फंडिंग हुई है. इससे पहले खबरें आई कि बांग्लादेश ने भारत की सीमा पर 6 ड्रोन की तैनाती की है. जिन्हें बांग्लादेश की 67th आर्मी यूनिट ऑपरेट कर रही है. इन खबरों के बाद सीमा सुरक्षा बल ने भी बांग्लादेश सीमा पर निगरानी बढ़ा दी है. इसके अलावा ये खबर भी आई कि बांग्लादेश ने पाकिस्तान से 40 हजार से ज्यादा गोला बारूद मंगवाए हैं.